यमुनानगर: बढ़ते प्रदूषण के लिए केवल किसानों को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं: एसकेएम
यमुनानगर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। फसल बिजाई के लिए समय पर खाद की उपलब्धता की मांग को लेकर यमुनानगर अखिल भारतीय किसान सभा ( संयुक्त किसान मोर्चा) का जिला स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जिला प्रधान जरनैल सिंह सांगवान की अध्यक्षता में अस्सिटेंट रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसाइटी कार्यालय में अधिकारियों से मिला।
शुक्रवार को जिला प्रधान जरनैल सिंह सांगवान ने बताया कि कॉपरेटिव सोसाइटी के अधिकारियों ने उनके प्रतिनिधि मंडल को जानकारी दी है कि जिले में 49 पैक्स समिति हैं तथा एक मार्केटिंग व मल्टीपरपज सोसायटी भी है। 12 अक्टूबर तक जो मांग की गई थी वह मांग पहले ही भेजी जा चुकी है। खाद की सप्लाई हैफड के माध्यम से सोसाइटीज में की जाती है। रैक आ चुका है और सोसाइटी में मांग के अनुसार खाद के बैग भेजे जा रहे हैं। जो मांग आएगी उसके लिए अलग से रैक डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर द्वारा मंगवाए जाएंगे।
वहीं उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 29 अक्टूबर को जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। क्योंकि सरकार पराली के नाम पर किसानों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पराली जलाने का समर्थन नहीं करते लेकिन प्रदूषण में बढ़ोतरी केवल पराली जलाने से ही नही होती। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपिकल मीटियोरोलॉजी के डाटा के अनुसार 12 अक्टूबर से 21अकटूबर तक पराली जलाने से केवल 0.92 प्रतिशत प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। प्रदूषण के लिए अन्य कारण भी जिम्मेदार हैं। किसानों को परेशान करना सहन नहीं किया जाएगा।
प्रदूषण के लिए उन्होंने कहा कि अंधाधुंध ट्रैफिक, इंडस्ट्रीज व अन्य साधन ज्यादा जिम्मेदार हैं। समय पर खाद उपलब्ध करवाई जाए और मंडियों में जो धान पड़ा हुआ है उसको खरीदा जाए व उठाने का प्रबंध किया जाए तथा समय पर किसानों को भुगतान किया जाए। मॉइश्चर के नाम पर किसनों से कटौती पर रोक लगाई जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग
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