फतेहाबाद: आतिशबाजी व पराली जलाने से फतेहाबाद में बढ़ा प्रदूषण

फतेहाबाद: आतिशबाजी व पराली जलाने से फतेहाबाद में बढ़ा प्रदूषण
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फतेहाबाद: आतिशबाजी व पराली जलाने से फतेहाबाद में बढ़ा प्रदूषण


फतेहाबाद, 11 नवंबर (हि.स.)। दो दिन पहले हुई बरसात से शुद्ध हुए फतेहाबाद के वातावरण में दीवाली की रात को फिर से प्रदूषण का जहर घुल गया। दीपावली की रात के बाद सोमवार तडक़े एक्यूआई फिर से 400 के पार जा पहुंचा। हालांकि यह पिछले साल की तुलना में 65 अंक कम है। हालांकि सोमवार सुबह धूप खिलने के बाद एक्यूआई धीरे धीरे घटकर 106 पर आकर रुक गया लेकिन यह भी यह येलो श्रेणी में ही आता है। बीती रात बढ़े वायु प्रदूषण का कारण फिर से पराली जलना और दीपावली की रात हुई आतिशबाजी माना जा रहा है।

हरसेक के मुताबिक दीवाली के दिन यानी 12 नवम्बर को जिले में पराली जलने की 37 नई लोकेशन मिली हैं। इनमें भूना खण्ड की 10, रतिया की 8, टोहाना की 13, जाखल की 3, फतेहाबाद में 4 लोकेशन मिली हैं। धनतेरस के दिन हुई बरसात से अगले ही दिन यानी 11 नवंबर को भी 11 लोकेशन मिली थी। फतेहाबाद जिला में अब तक पराली जलाने की लगभग 375 लोकेशन प्रशासन को मिली है, जिसके आधार पर 171 किसानों को 5 लाख से ज्यादा जुर्माना किया जा चुका है।

पिछले दिनों फतेहाबाद का वायु प्रदूषण का स्तर, देश में सर्वाधिक 600 एक्यूआई से भी ऊपर चला गया था। धनतेरस के दिन हुई बरसात ने इस प्रदूषण को धो दिया था। बरसात के बाद एक्यूआई घटकर 102 एवरेज बना हुआ था, हालांकि अधिकतम 250 के आसपास ही पहुंच पाया था, लेकिन लेकिन एक बार फिर वायु प्रदूषण बढऩा शुरू हो गया है। सोमवार को एक्यूआई का स्तर अधिकतम 483 दर्ज किया गया है।

हिंदुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव

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