बारिश से जगाधरी अनाज मंडी में भीगा धान, किसान परेशान
-- किसानों और आढ़तियों को झेलनी पड़ रही है मौसम की मार
यमुनानगर, 26 सितंबर (हि.स.)। बदलते मौसम में जहां बरसात ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है तो वही मंडी में खुले में पड़ा धान भीग गया। हालांकि मौसम खराब होता देख खरीद के लिए आए ज्यादातर मंडी में खुले पड़े धान को तरपालों द्वारा पहले से ही ढक दिया गया। बुधवार रात से शुरू हुई बारिश के चलते अनाज मंडियों में खुले में पड़ा धान भीगता रहा।
किसान रामपाल और सुरेश ने बताया कि जिस धान की भराई मजदूर कर रहे थे वह भी भीगता रहा। जल्दबाजी में मजदूरों ने बरसात में ही खुले में पड़े धान को शेड के अंदर किया। किसानों ने बताया कि अब तक सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है। 23 सितंबर से धान की खरीद शुरू होनी थी। लेकिन अब खरीद की तारीख को बढ़ाकर एक अक्टूबर कर दिया है। इसका सीधा नुकसान किसानों और आढ़तियों को हो रहा है। धान की फसल पककर तैयार हो चुकी है और किसान अपनी फसल मंडी में लेकर पहुंच रहे हैं। लेकिन सरकारी खरीद शुरू न करने के चलते धान का उठान नहीं हो रहा है।
जिस वजह से मंडी में जगह की भी कमी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकारी खरीद शुरू नहीं होती तब तक किसान और आढ़ती को मौसम की मार झेलनी पड़ेगी। किसानाें के अनुसार सरकार व प्रशासनिक अमला चुनाव में व्यस्त है। जिस कारण उनकी सुनवाई करने वाला काेई नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग
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