पलवल: नवयुवक बाबा साहिब के जीवन से लें प्रेरणा : एसडीएम लक्ष्मी नारायण
पलवल, 6 दिसंबर (हि.स.)। एसडीएम लक्ष्मी नारायण ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 06 दिसंबर को बाबा साहिब डा. भीमराव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के दिन को संपूर्ण भारत में उनकी पुण्यतिथि के रूप में मनाया जा रहा है। वे बुधवार को हथीन में बाबा साहिब की परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
एसडीएम लक्ष्मी नारायण ने बुधवार को कहा कि विद्या अर्जन करने वाले नवयुवक, बच्चों से बाबा साहिब डा. बी.आर. अंबेडकर के जीवन संघर्षों के बारे में जानने और उनका अनुसरण कर प्रेरणा लेने का आह्ववान किया। उन्होंने बाबा साहिब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उपस्थिति को बताया कि डा. बीर.आर. अंबेडकर ने गुलामी का जीवन यापन करने वाले दलित व वंचित लोगों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने लोगों को जोडऩे का काम किया। उनके द्वारा दिए गए नारे शिक्षित बनो-संगठित रहो-संघर्ष करो को सभी को अपने जीवन में धारण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब द्वारा दिलाए गए अधिकारों का उपयोग करें उनके लिए संघर्ष करें। उच्च शिक्षा प्राप्त करें, ताकि दलित वंचित वर्ग पढ़ लिखकर अपने आपको योग्य, काबिल व समाज का एक महत्वपूर्ण नागरिक बना सके। नवयुवकों को चाहिए कि वे बाबा साहिब के पद चिन्हों पर चलते हुए उच्च शिक्षा की और अपना रुझान बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल को बाबा साहब का जन्म दिवस मनाया जाता है और इसी प्रकार हर साल 06 दिसंबर को सरकार द्वारा बाबा साहिब का परिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मानने का मुख्य उद्देश्य यही है कि बाबा साहब द्वारा स्थापित किए गए आयाम और उनके द्वारा दिए गए अधिकारों का उपयोग करने के लिए परिश्रम करें।
हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/संजीव
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