पलवल: केएमपी एक्सप्रेसवे पर लूट के तीन आरोपी गिरफ्तार
पलवल, 13 दिसंबर (हि.स.)। पलवल पुलिस ने कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर हुई 58 लाख रुपये की लूट के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। मामले की जांच सीआईए टीम कर रही है, जो फरार आरोपियों की तलाश और लूटी गई नकदी की बरामदगी में जुटी हुई है। यह वारदात 8 दिसंबर की देर रात की है। जिला हिसार के खांड़ाखेड़ी गांव निवासी रणधीर ने सदर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। रणधीर पिछले करीब 30 वर्षों से अपने गांव निवासी ट्रांसपोर्टर राजेश का ट्रक चला रहा है।
रणधीर ने पुलिस को बताया कि वह तीन दिसंबर को जींद से भैंस लेकर मध्य प्रदेश के जबलपुर गया था। 6 दिसंबर को जबलपुर में भैंस उतारने के बाद उसने काला पाउडर भरा। इसी दिन उसे तीन अलग-अलग डेयरी मालिकों दीपक, राजा और लक्की से भैंसों की बिक्री के 58 लाख रुपये नकद तीन बंद डिब्बों में मिले। इन डिब्बों को एक कट्टे में रखकर ट्रक पर लदे माल के साथ तिरपाल के नीचे छिपा दिया गया था।
8 दिसंबर की रात करीब 10 बजे जब ट्रक केएमपी एक्सप्रेसवे पर पलवल के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत यादुपुर गांव के फ्लाईओवर के पास पहुंचा, पीछे से आई एक सफेद बोलेरो ने ट्रक को रुकवा लिया।
बोलेरो से छह-सात युवक उतरे और उन्होंने चालक साइड का शीशा तोड़ दिया। इसके बाद तीन युवक ट्रक पर चढ़ गए और चालक रणधीर को काबू में लेकर ट्रक के ऊपर रखे नकदी के कट्टे को लूट लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बोलेरो में सवार होकर मानेसर की तरफ फरार हो गए।
रणधीर ने बताया कि बोलेरो पर सफेद रंग की नंबर प्लेट लगी थी, लेकिन उस पर कोई नंबर अंकित नहीं था। वारदात की सूचना उसने तुरंत ट्रक मालिक राजेश और पुलिस को दी।
मामले की जांच सीआईए को सौंपी गई। जांच के दौरान सीआईए टीम ने हिसार जिले के खांड़ाखेड़ी गांव निवासी कुलदीप, नाडा गांव निवासी हरदीप और इस्लामपुर निवासी जिवेश को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल कुलदीप ट्रक चालक रणधीर और ट्रांसपोर्टर राजेश के ही गांव का रहने वाला है। प्रथम दृष्टया पुलिस कुलदीप को इस लूट का मास्टरमाइंड मान रही है। सीआईए टीम का कहना है कि जल्द ही अन्य फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और लूटी गई रकम की बरामदगी की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग

