जींद:बारिश से आई वायु प्रदूषण में कमी
जींद, 10 नवंबर (हि.स.)। बूंदाबांदी तथा बारिश से वायु प्रदूषण से जींद के लोगों को राहत मिली है। शुक्रवार को हुई बारिश के चलते जींद का एक्यूआई 430 से घट कर 280 पर आ गया। जिससे लोगों को वायु प्रदूषण से राहत मिली। वहीं मंडियों में रखी धान फसल भीग गई। जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को जींद ब्लॉक में चार एमएम बारिश तथा तेज हवाएं चलने से वायु प्रदूषण से काफी राहत मिली। वीरवार को एक्यूआई 430 दर्ज किया गया था जबकि शुक्रवार को यह घटकर 280 तक आ गया।
शुकवार को जींद का अधिकतम तापमान 22 डिग्री तो न्यूनतम 14 डिग्री रहा। हवा की गति 13 किलोमीटर तथा मौसम में आद्रता 75 प्रतिशत बनी रही। कृषि विज्ञान केंद्र पांडू पिंडारा के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि अब बारिश की कम ही उम्मीद है। किसान धान की कटाई तथा गेहूं की बिजाई का कार्य कर सकते हैं।
जमीन को अच्छी तरह से तैयार करके ही गेहूं की बिजाई करनी चाहिए। जींद में चार एमएम तथा नरवाना में एक एमएम बारिश दर्ज की गई है। जिले के अन्य भागों में बूंदाबांदी हुई। बूंदाबांदी के बाद मौसम में कुछ ठंड भी बढ़ी और ग्रामीण क्षेत्रों में कीचड़ की स्थिति पैदा हो गई। इसके अलावा कई स्थानों जहां पर सड़कें टूटी हुई हैं वहां से भी लोगों को आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बूंदाबांदी तथा बारिश के कारण जिले में धान की कटाई तथा गेहूं की बिजाई का कार्य रुक गया है।
इस समय जहां धान की कटाई हो चुकी है वहां पर गेहूं की बिजाई का कार्य जोरों से चल रहा है। अब बारिश व बूंदाबांदी के कारण यह कार्य रुक गया है। वहीं धान की कटाई का कार्य भी रुक गया है। मंडी में अपनी फसल लेकर आए किसानों ने भी फसल का भीगने से बचाने के लिए तिरपाल ढके। उचाना निवासी किसान रामदत्त शर्मा, जितेंद्र श्योकंद, राजेश कुमार ने कहा कि कुछ दिनों से बढ़ रहे प्रदूषण से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी तो खांसी भी होने लगी थी। घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा था।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र
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