हिसार : ओरिएंटेशन कार्यक्रम नए विद्यार्थियों के लिए अत्यंत आवश्यक : मनोज रोज

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हिसार : ओरिएंटेशन कार्यक्रम नए विद्यार्थियों के लिए अत्यंत आवश्यक : मनोज रोज


नवप्रवेशी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की

दिशा में लुवास का ओरिएंटेशन कार्यक्रम

हिसार, 29 दिसंबर (हि.स.)। यहां लाला लाजपत राय

पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस के

सहयोग से इंडियन नॉलेज सिस्टम (आईकेएस) सेल की ओर से शैक्षणिक सत्र 2025-26 के प्रथम

वर्ष बीवीएससी एवं एएच के विद्यार्थियों के लिए वेटरनरी सभागार में ओरिएंटेशन कार्यक्रम

का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा के मार्गदर्शन यह

कार्यक्रम कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस के अधिष्ठाता डॉ. मनोज रोज़ के निर्देशन में हुआ।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान साेमवार काे डॉ. अर्चना लोहिया

ने लुवास के इंडियन नॉलेज सिस्टम्स (आईकेएस) सेल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने

बताया कि यह सेल कुलपति के दूरदर्शी नेतृत्व में स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य

भारत की समृद्ध पारंपरिक ज्ञान परंपराओं-विशेषकर पशु चिकित्सा, पशुपालन

एवं डेयरी विज्ञान-का संरक्षण, संवर्धन तथा आधुनिक विज्ञान से समन्वय

करना है। उन्होंने यह भी बताया कि आईकेएस सेल छात्रों को व्याख्यान, कार्यशालाओं, फील्ड

विज़िट, एथ्नो-वेटरनरी प्रथाओं के दस्तावेज़ीकरण, सेमिनार एवं प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों

के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक पशु चिकित्सा के पूरक रूप में समझने का अवसर

प्रदान करता है। यह पहल एनईपी 2020 के अनुरूप बहु विषयक, अनुभवात्मक एवं मूल्य-आधारित

शिक्षा को बढ़ावा देती है।

कार्यक्रम की शुरुआत में अधिष्ठाता डॉ. मनोज रोज़

ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि ओरिएंटेशन कार्यक्रम नए विद्यार्थियों

के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे विद्यार्थियों को कॉलेज, शैक्षणिक व्यवस्था, नियमों

तथा आगे की पढ़ाई से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी आसानी से मिलती है, जिससे वे आत्मविश्वास

के साथ अपनी पढ़ाई की शुरुआत कर सकें। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह ओरिएंटेशन

कार्यक्रम इंडियन नॉलेज सिस्टम्स (आई के एस) सेल के अंतर्गत आयोजित किया गया है, जिसका

उद्देश्य विद्यार्थियों को शैक्षणिक ढांचे के साथ-साथ भारतीय ज्ञान परंपराओं से भी

परिचित कराना है, ताकि वे शुरुआत से ही परंपरा और आधुनिक विज्ञान के संतुलन को समझ

सकें।

इस दौरान परीक्षा नियंत्रक डॉ. विजय जाधव ने परीक्षा

प्रणाली, उपस्थिति नियम, आंतरिक मूल्यांकन और समय प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।

डॉ. आरएन चौधरी ने पुस्तकालय की सुविधाओं और डिजिटल संसाधनों के उपयोग पर प्रकाश डाला।

डॉ. सोनिया सिंधु ने लैंगिक संवेदनशीलता और यौन उत्पीड़न की रोकथाम विषय पर व्याख्यान

दिया। सहायक छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. दिव्या अग्निहोत्री ने सांस्कृतिक और नाट्य गतिविधियों

के महत्व को बताया। डॉ. सुमित महाजन ने छात्रावास के नियमों और अनुशासन के बारे में

जानकारी दी।

सहायक छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. यशवंत सिंह ने

खेल गतिविधियों की जानकारी देते हुए स्वस्थ जीवन के महत्व पर जोर दिया। डॉ. नरेंद्र

सिंह ने एनसीसी के माध्यम से अनुशासन और नेतृत्व क्षमता विकसित करने के बारे में बताया।

डॉ. राजेश कुमार और डॉ. अमनदीप सिंह ने विद्यार्थियों को कॉलेज और चिकित्सालय का भ्रमण

कराया। डॉ. विशाल शर्मा और डॉ. संदीप के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को पशु फार्मों

का भ्रमण कराया गया, जिससे विद्यार्थियों को व्यावहारिक जानकारी प्राप्त हुई। डॉ. तरुण

कुमार ने सभी का धन्यवाद किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

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