हिसार : प्रयोगशाला कर्मी विश्वविद्यालय की शिक्षण, अनुसंधान सेवाओं की आधारशिला : प्रो. विनोद वर्मा
लुवास में प्रयोगशाला कर्मियों के लिए तृतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
हिसार, 20 दिसंबर (हि.स.)। लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय
(लुवास) में विश्वविद्यालय के प्रयोगशाला कर्मियों के लिए ‘आवश्यक पशु चिकित्सा एवं
पशु विज्ञान प्रयोगशाला तकनीक एवं प्रक्रियाएं’ विषय पर तृतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह
प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रयोगशाला कर्मियों की तकनीकी दक्षता, व्यावहारिक कौशल एवं कार्य
गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में कुलपति प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार वर्मा
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने संबोधन में कुलपति ने शनिवार काे कहा कि प्रयोगशाला
कर्मी विश्वविद्यालय की शिक्षण, अनुसंधान एवं पशु चिकित्सा सेवाओं की आधारशिला हैं
और उनके कौशल को बेहतर बनाने के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक
हैं। उन्होंने प्रयोगशालाओं में वित्तीय संसाधनों, रसायनों, आधुनिक उपकरणों एवं आधारभूत
संरचना के उचित रखरखाव पर विशेष जोर दिया।
कुलपति ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रयोगशाला कर्मियों की कार्य क्षमता,
दक्षता और नई तकनीकों के साथ तालमेल की क्षमता को मजबूत करते हैं, जिससे वे विश्वविद्यालय
के विभिन्न विभागों में अधिक जिम्मेदारी और प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें। उन्होंने
प्रशिक्षण समन्वयक एवं सह-समन्वयक द्वारा तैयार की गई प्रयोगशाला पुस्तिका (लैब मैनुअल)
की विषयवस्तु और प्रस्तुति की सराहना की तथा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संसाधन
संकाय और आयोजकों के प्रयासों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष पशु रोग विज्ञान विभाग एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ.
विकास नेहरा ने विश्वविद्यालय में तकनीकी स्टाफ
के क्षमता निर्माण एवं कौशल विकास पर माननीय कुलपति के निरंतर जोर को रेखांकित किया।
उन्होंने बताया कि इस गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम से विश्वविद्यालय के 23 नामित प्रयोगशाला
कर्मियों को लाभ हुआ। प्रतिभागियों ने एफएमडी, सीसीएल, आइएलएफसी, पशु जैव प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाओं
तथा पशु चिकित्सा क्लीनिकल कॉम्प्लेक्स का भी भ्रमण किया। प्रशिक्षण का समापन मूल्यांकन
परीक्षा के साथ किया गया।
समारोह में मंच पर अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल, पशु चिकित्सा महाविद्यालय
के अधिष्ठाता डॉ. मनोज कुमार रोज़ तथा डेयरी साइंस कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. शरणगौड़ा
बी. पाटिल विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय की मानव संसांधन
एवं प्रबंधन निदेशिका डॉ. सोनिया सिंधु व अन्य अधिकारी, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक,
वैज्ञानिक तथा प्रशिक्षण में भाग लेने वाले प्रयोगशाला कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

