हिसार : दिल्ली में जुटेंगे एससी-एसटी और ओबीसी के दिग्गज : लाल बहादुर खोवाल
एआईबीसीएफ़ की नेशनल सोशल जस्टिस समिट में तय होगी 87 प्रतिशत आबादी के हकों
की रणनीति
जस्टिस वी. ईश्वरैया की अध्यक्षता में संवैधानिक अधिकारों पर सात दिसंबर को होगा
दिल्ली में मंथन
हिसार, 4 दिसंबर (हि.स.)। ऑल इंडिया बैकवर्ड क्लासेस फेडरेशन (आईआईबीसीएफ)
की ओर से सात दिसंबर को राजधानी दिल्ली के राजा राममोहन रॉय हॉल में ‘नेशनल सोशल जस्टिस
समिट’ का आयोजन किया जाएगा।
इस महासम्मेलन में देश की करीब 87 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले एससी-एसटी
और ओबीसी समुदायों के प्रमुख नेता और संगठन एक मंच पर आएंगे।
फेडरेशन के राष्ट्रीय कानूनी सलाहकार एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने गुरुवार काे बताया कि
यह समिट संस्था के संस्थापक अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस
वी. ईश्वरैया की अगुवाई में होगी। उन्होंने कहा कि देश में सामाजिक न्याय पर बढ़ते
हमलों को देखते हुए संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए एक साझा और निर्णायक रणनीति
तैयार करना इस बैठक का मुख्य उद्देश्य है।
ये रहेंगे समिट के प्रमुख मुद्दे
सम्मेलन में मुख्य रूप से 2026 में प्रस्तावित जाति जनगणना में हर जाति की
सही गिनती सुनिश्चित करने, निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करने और ‘सवर्ण वर्चस्व’ को समाप्त कर विधायिका,
न्यायपालिका और कार्यपालिका में आबादी के अनुसार हिस्सेदारी की मांग उठाई जाएगी। इसके
अलावा, आर्टिकल 15(5) और 16(4) में संशोधन कर ओबीसी को जनसंख्या अनुपात में आरक्षण
देने और स्थानीय निकायों में भी पिछड़े वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया
जाएगा। उन्होंने बताया कि जस्टिस वी. ईश्वरैया के मुताबिक यह समिट देश में सामाजिक
न्याय की संवैधानिक भावना को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

