हिसार: गुरु तथा माता-पिता की अवज्ञा नहीं करनी चाहिए: संतोषी माता
हिसार, 13 अप्रैल (हि.स.)। जो व्यक्ति मां भगवती के चरणों में अपना मन लगा लेता है और भागवत प्रेम में अपना ध्यान लगा लेता है उसको भगवत अवश्य प्राप्त होता है। व्यक्ति को कभी भी गुरू तथा माता-पिता की अवज्ञा नहीं करनी चाहिए। यह बात महामंडलेश्वर संतोषी माता ने शनिवार को मॉडल टाऊन स्थित श्री आद्य शक्ति पीठ मां संतोषी आश्रम में मां की महिमा पर आध्यात्मिक प्रवचन करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि भगवत प्राप्ति के लिए भगवान ने भगवद् गीता में 18 बातें बताई हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य को मान का परित्याग करना चाहिए। कार्य करना मनुष्य का कर्तव्य है, लेकिन जिस कार्य से गुरु तथा माता-पिता मना करे वह नहीं करना चाहिए। माता श्री ने कहा कि मनुष्य में क्षमा की प्रवृति होनी चाहिए। क्षमा करते समय मन में घृणा का भाव नहीं रखना चाहिए। यदि क्षमा करते समय मन में घृणा का भाव है तो इसका नुकसान भी स्वयं को ही होगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य के स्वभाव में सरलता और सहजता होनी चाहिए। मनुष्य को गुरु जनों की संगत करनी चाहिए और गुरु प्रेम में पूर्ण निष्ठा होनी चाहिए। उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत करके समझाया कि शुभ कर्म करने वाले के सामने अनेक बाधाएं एवं विघ्न आते हैं, परंतु मनुष्य को इन बाधाओं से घबराना नहीं चाहिए और सद्कर्म करते रहना चाहिए। सच्चा भक्त संसार की कड़वाहट व अप्रिय घटनाओं को स्वयं पी जाता है। वह बुराई को कभी नहीं फैलाता और केवल अच्छाई का प्रचार करता है।
इससे पूर्व व्यासपीठ पर सुशोभित करने पर अशोक बंसल ने माता श्री को तिलक करके व माल्यार्पण करके स्वागत किया। इस दौरान सुनीता गर्ग, वीना सोनी व बाला मलिक ने भी माला अर्पण करके माता श्री का स्वागत किया। सत्संग में मोहित बंसल, राजमल काजल, सुभाष बंसल, अनिल महता, मदन लाल गोयल, राजेंद्र नांगरू, जयप्रकाश जेपी व रमेश चुघ सहित सेंकड़ों श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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