यमुनानगर: किसानों ने जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे अधिकारियों को गांव से खदेड़ा

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यमुनानगर, 12 मार्च (हि.स.)। खंड सढ़ौरा के गांव इस्माईलपुर में देह शामलात जमीन पर कब्जा लेने आए अधिकारियों को किसानों ने गांव में इकठ्ठा होकर मौके से भगा दिया।

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि पिछले कई वर्षों से किसानों के पास जो देह शामलात जमीन है, वह किसानों के पूर्वजों की जमीन है। किसानों का उस जमीन पर पूरा मलिकाना हक है। सरकार किसानों से जमीन छीन कर उनको बर्बाद करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि सढौरा क्षेत्र के गांव इस्माईलपुर में किसान सफी मोहम्मद उर्फ पोला, नवाब अली और रामकरण की लगभग 45 एकड़ जमीन पर कानूनगो और पटवारी अपनी टीम के साथ कब्जा लेने पहुंचे थे। लेकिन इस बात का पता लगते ही वहां पर बड़ी संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए। किसानों के डर के कारण अधिकारी वहां से भाग गए। उन्होंने कहा कि यह जमीन हमारी है। इस जमीन पर हमारा मालिकाना हक है।

आज गांव इस्माईलपर के लोगों ने भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर सहित दीप राणा प्रदेश उपाध्यक्ष, मानसिंह मजाफत,सुभाष शर्मा, सुखदेव सलेमपुर, जनक पांडो, महेंद्र चमरोडी,सहित जिला की सारी टीम का माला डालकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल और नस्ल को बचाने के लिए और काले कानून को वापस कराने के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने के लिए तैयार है। पुराने तीन काले कानून को सरकार फिर किसानों पर थोप रही है। कृषि विपणन पॉलिसी उन तीन काले कानून का प्रारूप है।

उन्होंने सरकार को सख्त लहजे में कहा कि सरकार इस पॉलिसी को तुरंत रद्द करे अन्यथा सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पडेगे। उन्होंने कहा कि जिला यमुनानगर में किसी भी किसान की देह-शामलात जमीन पर अगर सरकार के अधिकारी जाकर कब्जा करेंगे तो उनको वही बंधक बनाया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। सरकार के हर तुगलकी फरमान का डटकर विरोध किया जाएगा। उन्होंने 15 मार्च को प्रतापनगर की अनाज मंडी में भाकियू की अहम बैठक में सभी किसानों को पहुंचने की अपील की और कहा कि 20 मार्च को कुरुक्षेत्र में सयुंक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक होगी जिसमें कड़ा फैसला लिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग

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