यमुनानगर में दस से लापता नवविवाहिता का सुराग नहीं,परिजनों ने दी थाने के घेराव की चेतावनी
यमुनानगर, 30 दिसंबर (हि.स.)। यमुनानगर जिले के उर्जनी गांव से दस दिन पूर्व अपहृत नवविवाहिता शबाना का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। प्रेम विवाह के बाद पहली बार ससुराल जा रही शबाना के अपहरण से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पीड़ित पति मांगेराम ने परिजनों और ग्रामीणों के साथ मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पत्नी की सकुशल बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे थाने का घेराव करेंगे।जानकारी के अनुसार हिंदू युवक मांगेराम से प्रेम विवाह करने के बाद मुस्लिम नवविवाहिता शबाना पहली बार अपने ससुराल जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों और ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को मांगेराम अपने परिजनों व ग्रामीणों के साथ एसपी कमलदीप गोयल से मिला और पत्नी की सुरक्षित बरामदगी की गुहार लगाई। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि विवाहिता को जल्द बरामद नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
गांव बलौली निवासी मांगेराम ने बताया कि उसने 27 अक्टूबर को राजपुर निवासी शबाना से प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद उसे शबाना के परिजनों से खतरे की आशंका थी, जिस पर पुलिस ने दोनों को सेफ हाउस में रखा था। बाद में शबाना के परिजनों ने पुलिस को लिखित बयान देकर कहा था कि उन्हें इस विवाह पर कोई आपत्ति नहीं है।
मांगेराम के अनुसार, 21 दिसंबर को बलौली गांव में रिसेप्शन पार्टी आयोजित की गई थी। वह अपनी पत्नी शबाना, बहन काजल और जीजा के साथ कार से जा रहा था। उर्जनी गांव के पास पहुंचते ही 10 से 15 लोगों ने उनकी कार पर हमला कर दिया, मारपीट की और शबाना का अपहरण कर लिया। पीड़ित युवक का आरोप है कि शबाना का अपहरण उसके परिजनों की साजिश के तहत कराया गया है। दस दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस केवल आश्वासन दे रही है। मांगेराम का दावा है कि पुलिस के पास आरोपियों के मोबाइल फोन और गाड़ियों के नंबर मौजूद हैं, फिर भी अब तक उसकी पत्नी का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

