नारनौलः शहीद महावीर का पैतृक गांव में हुआ संस्कार, सीआरपीएफ ने दी सलामी

नारनाैल, 14 अप्रैल (हि.स.)। श्रीनगर में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान महावीर का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव गोद में किया गया। सीआरपीएफ जवान के बेटे पारस ने चिता को मुखाग्नि दी। सीआरपीएफ की टुकड़ी ने उनको सलामी दी। इस मौके पर सैंकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद को विदाई देते हुए भारत माता की जय के नारे लगाए।
श्रीनगर में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान महावीर का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव गोद में पहुंचा। सीआरपीएफ जवान महावीर को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया था। शहीद का गांव में पार्थिव शरीर पहुंचने पर ग्रामीणों का तांता लग गया। ग्रामीण उनके अंतिम दर्शनों के लिए भारी संख्या में उमड़ पड़े तथा भारत माता की जय का उदघोष करते रहे। अंतिम दर्शन के लिए बस स्टैंड से उनके घर तक लोगों का हुजूम लगा रहा। ग्रामीणों ने नम आंखों से उनको अंतिम विदाई दी। इसके बाद पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
45 वर्षीय गांव गोद निवासी महावीर सीआरपीएफ की 25 बटालियन में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तैनात थे। वे 2004 में भर्ती हुए थे। शहीद महावीर के तीन बच्चे हैं। जिनमें बेटी संजना (18) फर्स्ट ईयर, बेटी तमन्ना (16) बारहवीं कक्षा, बेटा पारस (13) नौवीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। वहीं महावीर सिंह की पत्नी ममता गृहणी हैं। महावीर सिंह के एक बड़ा भाई विनोद कुमार तथा छोटा भाई अशोक कुमार हैं। इस मौके पर नांगल चौधरी की विधायक मंजू चौधरी, पूर्व पार्षद विनोद यादव, सरपंच प्रतिनिधि हरिओम यादव, गहली पुलिस चौकी प्रभारी संजय कुमार सहित क्षेत्र के सैकड़ों युवा और बुजुर्गों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला