नारनौलः हकेवि शोधार्थी सरिता की पोस्टर प्रस्तुति को अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दूसरा स्थान
नारनौल, 1 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ के पोषण जीवविज्ञान विभाग में सहायक आचार्य डा. अनीता कुमारी की शोधार्थी सरिता को उनके शोध कार्य की पोस्टर प्रस्तुति के लिए अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दूसरा स्थान मिला है।
छिलके रहित और छिलके वाले जौ की विभिन्न किस्मों का पोषण मूल्यांकन और गैर-संचारी रोगः मधुमेह के जोखिम को कम करने में उनकी संभावित भूमिका शीर्षक पर उनके शोध कार्य को राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पुरस्कृत किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने सोमवार को भविष्य के सुपरफूडः जौ पर अंतःविषय, व्यावहारिक एवं आवश्यक शोध करने पर लेखकों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। मानव स्वास्थ्य पर पर्यावरण, भोजन और पोषण का प्रभाव विषय पर हुए दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत शोध कार्य में शोधार्थी सरिता के साथ विभाग की सहायक आचार्य डा. अनीता कुमारी व शोधार्थी दीपिका ने सह-लेखकों की भूमिका निभाई। लेखकों ने बताया कि जौ कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ पोषण के पावर हाउस के रूप में भविष्य रखता है। यह विभिन्न गैर-संचारी विकारों के प्रबंधन के लिए एक स्थायी समाधान है और इसमें मधुमेह विरोधी गतिविधि के गुण उपलब्ध है।
इस प्रकार, कार्यात्मक खाद्य उत्पादों के रूप में उत्पादन और उपयोग के संदर्भ में जौ को बढ़ावा देने से भोजन, पोषण, गैर-संचारी विकार और आर्थिक सुरक्षा के बोझ को कम करने में मदद मिल सकती है। विश्वविद्यालय के पोषण जीवविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कांति प्रकाश शर्मा ने भी पूरी टीम को बधाई दी और युवा शोधकर्ताओं को इस तरह के दूरदर्शी शोध कार्य करने और क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक आदान-प्रदान के लिए प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर डा. उमेश कुमार, डा. अश्वनी कुमार, डा. तेजपाल ढेवा, डा. विनोद कुमार, डा. मनीषा पांडे एवं डा. जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्याम/संजीव
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