नारनौलः हाईवे निर्माण से दक्षिणी हरियाणा पिछड़ी से अग्रणी श्रेणी में आयाः दुष्यंत चौटाला

नारनौलः हाईवे निर्माण से दक्षिणी हरियाणा पिछड़ी से अग्रणी श्रेणी में आयाः दुष्यंत चौटाला
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नारनौलः हाईवे निर्माण से दक्षिणी हरियाणा पिछड़ी से अग्रणी श्रेणी में आयाः दुष्यंत चौटाला


-चार साल में प्रदेश में 38 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ

-बाछौद हवाई पट्टी के विस्तार के लिए 200 एकड़ जमीन ली जाएगी

नारनौल, 4 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में लगातार सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसका सबसे अधिक फायदा दक्षिणी हरियाणा को मिला है। हाइवे की बदौलत यह इलाका पिछड़ी से अग्रणी श्रेणी में आ चुका है। अब यह इलाका उद्योग लगाने के लिए सबसे उपयुक्त जगह है। प्रदेश सरकार पदमा योजना के तहत (प्रोग्राम टू एक्सीलेरेट डेवलपमेंट फार एमएसएमई एडवांसमेंट) युवा उद्यमियों को तैयार करेगी। दुष्यंत चौटाला गुरूवार को जिला के गांव खेडी कांटी, सलीमपुर तुर्कियावास, भोजावास, दौगंडा जाट, खेड़ी तलवाना, बागौत, उन्हानी में जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे।

डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले चार साल में कोरोना की मार के बावजूद प्रदेश में 38 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। यह रिकॉर्ड है। वन ब्लाक.वन प्रोडक्ट के तहत सरकार न केवल अपने यहां बनने वाले क्षेत्रीय उत्पादों को प्रोत्साहित करेगी बल्कि युवा उद्यमियों को भी तैयार करेगी। ऐसे युवा उद्यमियों के लिए राज्य सरकार ने वेंचर कैपिटल (उद्यम पूंजी) फंड स्थापित करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ जिले की बाछौद हवाई पट्टी के विस्तार के लिए पंचायत भूमि तथा ई भूमि पोर्टल के माध्यम से 200 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी। सरकार ने यहां पर फ्लाइंग स्कूल खोलकर युवाओं को एविएशन क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दिया है। यहां पर 100 बच्चों को फ्लाइंग का लाइसेंस दिया जा चुका है, जिनमें में से 29 बच्चे नौकरी में भी लग चुके हैं। फिलहाल यहां 78 युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं। स्काईडाइविंग में यह हवाई पट्टी देश में अग्रणी स्थान रखती है। पिछले वर्ष यहां 3500 लोगों ने स्काईडाइविंग की थी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनता की सोच के अनुरूप काम कर रही है। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकारी योजनाएं पारदर्शी तरीके से लागू की जा रही है। लगभग 600 सुविधाएं आनलाइन की गई है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले किसान फसल बेचने के बाद आढ़ती के चक्कर काटते थे। अब सीधे किसान के खाते में पोर्टल के माध्यम से पैसे भेजे जा रहे हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से पिछले वर्ष पाले से फसल खराबा की 78 करोड़ की राशि किसानों के खाते में डाली गई थी। फरद लेने में पहले महीनों लगते थे आज एक क्लिक पर फरद उपलब्ध है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्याम/संजीव

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