हिसार: चेतना की गहराई में संचार करने का नया प्रयास डायनामिक मेडिटेशन: आचार्या उषा
हिसार, 10 अप्रैल(हि.स.)। ओशो सिद्धार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में ओशोधारा मैत्री संघ की ओर से बुधवार को कौशिक नगर स्थित ध्यान साधना केंद्र में आचार्या उषा ने डायनामिक मेडिटेशन करवाया। उन्होंने बताया कि डायनामिक मेडिटेशन एक प्रकार की ऐसी विधि है जो शारीरिक गतिविधियों, स्थितियों और विशेष अवस्थाओं का ध्यान करती है।
आचार्या उषा ने कहा कि यह एक साधारण प्रयास के रुप में देखा जा सकता है, जो शारीरिक संवेदनाओं के साथ-साथ मानसिक तंतुओं का उपयोग करता है ताकि ध्यान की गहराई को बढ़ावा दिया जा सके। इसमें शारीरिक गतिविधियों को ध्यान में लाया जाता है, जैसे कि श्वास, शारीरिक संवेदनाएं और मस्तिष्कीय संवेदनाएं। यह मेडिटेशन की प्रक्रिया के दौरान शारीरिक ऊर्जा को शांत करने और स्थिर करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें अपनी भावनाओं और भावनात्मक संवेदनाओं का ध्यान किया जाता है, जैसे कि शांति, प्रेम, धैर्य आदि।
डायनामिक मेडिटेशन में, व्यक्ति किसी विशेष स्थिति का ध्यान रखता है। यह मेडिटेशन की प्रक्रिया के दौरान संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए मदद करता है। डायनामिक मेडिटेशन का उद्देश्य शांति, स्थिरता और मानसिक तनाव को कम करना होता है, साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना भी होता है। यह एक प्रभावी तरीका हो सकता है जो व्यक्ति को अपने शारीरिक और मानसिक संतुलन की ओर ले जाता है। ध्यान के बाद ओशोधारा हरियाणा के संयोजक आचार्य सुभाष ने हमारे जीवन ध्यान के महत्व पर विस्तार से बताते हुए ओशोधारा के कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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