यमुनानगर: राष्ट्रव्यापी ग्रामीण बंद हड़ताल रही बेअसर
यमुनानगर, 16 फरवरी (हि.स.)। संयुक्त किसान मोर्चा एवम केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर विभिन्न जन संगठनों ने केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को शहर में रोष मार्च निकाला। हालांकि राष्ट्रव्यापी ग्रामीण बंद का असर कहीं नहीं दिखाई दिया।
आज जनसंगठनों के कार्यकर्ता एवम कर्मी सैंकड़ो की संख्या में भगत सिंह पार्क पर इकठ्ठा हुए। इसके उपरांत कार्यकर्ताओं ने जलूस की शक्ल में अपने बैनर-झंडो सहित बस स्टैंड, भगतसिंह चौक से रेलवे स्टेशन रोड से वापिस नगर निगम कार्यालय में आकर प्रदर्शन को समाप्त किया। प्रदर्शन में शामिल संगठनों के प्रतिनिधियों ने बताया की वर्तमान में केंद्र व हरियाणा सहित कई प्रदेशों में कॉर्पोरेट एवं साम्प्रदायिकता के गठ -जोड की सरकार निजीकरण की नीतियों को आगे बढ़ते हुए पूंजीपतियों के लिए मुनाफों के द्वार खोल रही है। आम उपभोक्ता वस्तुओं, आटा और डेयरी उत्पाद आदि पर जीएसटी व अनेक प्रकार के उपभोग शुल्क लगाकर आम जनता को लूटा जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी मूलभूत सेवाएं निजीकरण की नीतियों के चलते आम जनता की पहुंच से बाहर हो गई है।
बेरोजगारी की दर पिछले 50 वर्षों में सर्वाधिक दर्ज की गई है और हरियाणा पूरे देश में दूसरी बार सबसे अधिक बेरोजगारी वाला प्रदेश बना हुआ है। प्रदेश में सरकार कर्मचारियों के पदों की संख्या कम करने व कर्मचारियों को पक्का करने की बजाय कौशल रोजगार निगम के जरिए कम वेतन पर ठेके पर कच्चे कर्मचारी लगाए जा रहे हैं। एनपीएस को वापस लेने के लिए कर्मचारी संगठन लंबे समय से सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने पर चुप्पी साथ कर बैठी है। इस मौके पर जनसंगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व कर्मी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/सुमन
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।