सीवर की सफाई को मानव रहित बनाए सरकार: अंजना पंवार

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सीवर की सफाई को मानव रहित बनाए सरकार: अंजना पंवार


राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष ने दिए निर्देश

सफाई कर्मचारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हों अधिकारी

चंडीगढ़, 2 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने हरियाणा के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह प्रदेश में सीवर की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से मानव रहित बनाएं। इसके लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने अधिकारियों राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की ओर से भेजे गए पत्र को गंभीरता से लेने और उसका जवाब जल्द भिजवाना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों तथा उनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक स्तर का अध्ययन करने तथा उनके पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा करने के लिए हरियाणा के दौरे पर आई। इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ में सफाई कर्मचारी आयोग के प्रतिनिधियों व विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिवों के साथ बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सामाजिक अधिकारिता, अनुसूचित जातियां, पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग (सेवा) के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल व महानिदेशक व मुख्यमंत्री की अतिरिक्त सचिव अशिमा बराड़ भी उपस्थित थीं।

आयोग की उपाध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार अब सीवर की सफाई के लिए किस भी मानव को नहीं उतारा जा सकता है। एमएस (मैनुअल स्कैवेंजर्स अधिनियम) के तहत सीवर की सफाई मानव की बजाय मशीनों से कराई जाए, ताकि लोगों की बेशकीमती जान बच सके। उक्त अधिनियम की सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ सीवर की सफाई के ठेकेदारों व विभिन्न विभागों को जानकारी होनी चाहिए।

सीवर की सफाई के दौरान मरने वाले कर्मचारियों के आश्रितों को एक सप्ताह के भीतर-भीतर मुआवजा राशि जारी करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को मौसम के अनुसार, जूते, गर्म कपड़े, रैन कोट, दस्ताने व अन्य सामग्री मुहैया कराई जाए, ताकि वे बीमारी से बच सकें। इसके अलावा शहरों के विभिन्न इलाकों में हाजिरी रजिस्टर केंद्र की स्थापना की जाए और वहां पर पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, पीने के पानी व कपड़ों के चेंज के लिए चेंजिंग रूम बनाए जाएं। ताकि वे घर से साफ-सुथरे कपड़े पहन कर आएं और कपड़े बदल कर काम पूरा करके वापस साफ कपड़े पहन कर घर जाए। इससे सफाईकर्मी व उनके परिवार वाले बीमारी से बच सकेंगे। पंवार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों की आर्थिक सहायता से संबंधित लंबित मामलों का निपटारा जल्द से जल्द किया जाए।

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के पुनर्वास के लिए उन्हें मकान देना चाहिए या उनके लिए अलग से कालोनी की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके अलावा उनके लिए वहां पर अच्छे स्तर के सामुदायिक केंद्र का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि वे अपने सामाजिक कार्यक्रम कर सकें। इसके अतिरिक्त उनके बच्चों की शिक्षा का भी प्रबंध किया जाए।

इस मौके पर सेवा विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग का गठन वर्ष 2017 में किया था। सीवर में सफाई करते समय सफाई कर्मचारियों की मृत्यु के हरियाणा में 124 मामले सामने आए थे, जिनमें से 90 मामलों आश्रित परिवारों को आर्थिक सहायता दी गई तथा 10 मामलों में आंशिक आर्थिक सहायता दी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील

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