हरियाणा एमेच्योर कुश्ती एसोसिएशन हुई दो फाड़, पहलवानों की बढ़ी परेशानी
-महासचिव राकेश कोच ने कहा, रोहतास नांदल को प्रधान पद से हटाया जा चुका है
-कोच ने कहा, भारतीय कुश्ती संघ ने भी बहादुरगढ में हुई बैठक के फैसलों पर लगा दी है मुहर
झज्जर, 18 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा एमेच्योर कुश्ती एसोसिएशन दो फाड़ हो गई है। इससे पहलवानों की परेशानी भी बढ़ गई है। 14 जनवरी को बहादुरगढ़ में हुई एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा (एजीएम) में प्रधान रोहताश नांदल को हटाकर रमेश पांचाल को कार्यकारी प्रधान बनाया गया था। अब रोहतास नांदल ने अपने समर्थकों की बैठक बुलाकर नई कार्यकारिणी का गठन कर लिया है।
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव के बाद हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ में विभाजन हुआ है। प्रधान रोहताश नांदल खेल मंत्रालय द्वारा गठित एडहॉक कमेटी की तरफ हो गए हैं तो वहीं ज्यादातर सदस्य नव निवार्चित कार्यकारी प्रधान संजय सिंह के पक्ष में हैं। राकेश कोच का कहना है कि तदर्थ समिति दो-तीन महीने बाद खत्म हो जाएगी और उसके बाद भारतीय कुश्ती संघ ही हर जगह मान्य रहने वाला है। इसलिए भारतीय कुश्ती संघ द्वारा मान्य एसोसिएशन ही काम करेगी और उसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के प्रमाण पत्रों को प्रमाणित किया जाएगा।
बता दें कि एक तरफ हरियाणा एमेच्योर कुश्ती एसोसिएशन के महासचिव राकेश कोच ने सीनियर स्टेट कुश्ती प्रतियोगिता करवाई तो दूसरी तरफ रोहताश नांदल गुट ने भी सीनियर स्टेट कुश्ती प्रतियोगिता शुरू करवाई है। राकेश कोच को नांदल ने महासचिव मानने से इंकार कर दिया था। वहीं अब राकेश कोच ने रोहताश नांदल को चंदा खोर कह कर संबोधित किया है। कोच का कहना है कि रोहताश नांदल का घर चंदे से ही चलता है और वो चंदा इकठ्ठा करने के अलावा कुछ नहीं करते। राकेश कोच ने रोहताश नांदल और हरियाणा के कुछ अखाड़ों पर राजनीति करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पहलवानों से भी अपने विवेक के आधार पर निर्णय लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चुनावों के कारण भारतीय कुश्ती संघ को लेकर सारा विवाद खड़ा किया है जिसका जल्द समाधान हो जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव
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