जींद में स्वास्थ्य कर्मियों ने लंबित मांगो को लेकर काले बिल्ले लगा किया टीकाकरण
-ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों के बहिष्कार से ठप रहा यूवीन पोर्टल
जींद, 17 दिसंबर (हि.स.)। एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा के आह्वान पर बुधवार को मल्टी पर्पज हेल्थ वर्कर्स (एमपीएचडब्ल्यू ) ने लंबित मांगों के समर्थन में काले बैज लगाकर टीकाकरण किया तथा सरकार के प्रति रोष जताया। कर्मियों ने ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों का बहिष्कार जारी रखा, जिससे टीकाकरण कैंपों में डिजिटल निगरानी प्रभावित हुई।
एसोसिएशन के राज्य प्रवक्ता संदीप कुंडू, राज्य उप प्रधान सुदेश देवी ने कहा कि एमपीएचडब्ल्यू गत 25 अक्टूबर से ऑनलाइन काम छोड़ हड़ताल कर रहे हैं। बुधवार को हुए टीकाकरण का डिजिटल निगरानी प्रभावित हुई है। प्रदेशभर में आयोजित टीकाकरण कैंपों में यूवीन पोर्टल नहीं चल पाया है व गर्भवती महिलाओं एवं नवजात को मिलने वाले मैसेज एवं डिजिटल प्रमाण पत्र नहीं मिल पाए हैं।
जिला प्रधान प्रदीप लाठर, सचिव गुरनाम ने बताया कि बुधवार को पूरे जिले में लंबित मांगो को लेकर ब्लैक बैज लगा कर टीकाकरण करते हुए सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ रोष जताया गया है। ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टलों के बहिष्कार के चलते आमजन को परेशानी हो रही है लेकिन सरकार कुछ नही कर रही है। हालांकि एसोसिएशन का उद्देश्य किसी को परेशान करना नही है, बशर्ते सरकार एसोसिएशन की जायज मांगों पर गौर करे।
प्रदेश का बहुउद्देशीय वर्ग राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत महिला एमपीएचडब्ल्यू को 4200 ग्रेड पे, ड्रेस एवं एमसीएच अलाउंस, रिटायरमेंट बेनिफिट, एमपीएचडब्ल्यू वर्ग के पदनाम बदलने, कंफर्मेशन सूची जारी करने, आबादी आधारित स्वास्थ्य संस्थाएं बनाते हुए खाली पदों पर स्थायी भर्ती करवाने सहित अनेक मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।
राज्य प्रवक्ता संदीप कुंडू ने बताया कि एमपीएचडब्ल्यू वर्ग द्वारा डिजिटल हड़ताल का प्राथमिक उद्देश्य ऑनलाइन कार्यों के लिए नियुक्त कर्मचारियों की जवाबदेह तय करवाना है। अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के चलते सारा काम एमपीएचडब्ल्यू वर्ग पर डाल दिया गया है। आज ऑनलाइन एंट्री न होने के चलते गर्भवती महिलाओं को मिलने वाले आरसीएच नंबर, गैर संक्रामक रोगों का ऑनलाइन डाटा, टीबी मरीजों का पोषण भत्ता एवं दवा वितरण रिकॉर्ड, आशा वर्कर पेमेंट, डिजीज सर्वेलेंस, निरोगी हरियाणा सहित कई निगरानी पोर्टल ठप हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

