हिसार : सुमित्रा को परिजनों से मिलवाने में मोक्ष वृद्धाश्रम ने निभाई विशेष भूमिका
मोक्ष वृद्धाश्रम के मंदबुद्धि महिला आश्रम की महिला को परिजनों से मिलवाया
हिसार, 18 फरवरी (हि.स.)। बुजुर्गों की सेवा के प्रति समर्पित मोक्ष वृद्धाश्रम ने अपने घर का पता भूलने वाली महिला सुमित्रा को उसके परिजनों से मिलवाकर अनुकरणीय कार्य किया है। कुछ दिन पूर्व वह किसी क्षेत्र से भटकती हुई हिसार पहुंची थी। जब पुलिस ने उससे घर का पता पूछा तो वह कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवा पाई। तब पुलिस ने इस महिला को मोक्ष वृद्धाश्रम द्वारा संचालित महिला मंदबुद्धि आश्रम में भेज दिया।
यहां रहते हुए इस महिला के परिजनों की तलाश शुरू की गई। सूचना मिलते ही सुमित्रा के पति पिंदर सिंह अपने साथी फकीरचंद के साथ मोक्ष वृद्धाश्रम पहुंचे। यहां पर अपनी पत्नी सुमित्रा को देखकर पिंदर सिंह की खुशी का पारावार नहीं रहा। पिंदर सिंह व फकीरचंद ने मोक्ष वृद्धाश्रम के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि सुमित्रा पहले भी भटकते हुए दो बार गुम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि समाज की भलाई चाहने वाले लोगों की मदद से सुमित्रा का पता चल जाता है।
मोक्ष वृद्धाश्रम की संरक्षक समाजसेवी पंकज संधीर व प्रधान विजय भृगु ने रविवार को बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की सेवा व संभाल निशुल्क की जाती है। इसके साथ-साथ उन्हें अपने परिवारों से जोड़ने के लिए मोक्ष वृद्धाश्रम का भरसक प्रयास रहता है। इसी प्रयास के कारण सुमित्रा का उसके परिजनों से मिलना हो पाया। उन्होंने बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम के माध्यम से अब तक 20 लोगों को उनके परिजनों तक सकुशल पहुंचाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम की शाखा मंदबुद्धि महिला आश्रम में मंदबुद्धि महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर नहीं दिया जाता बल्कि उनका समुचित इलाज करवाकर उन्हें वापस परिवार में समायोजित करने का प्रयास किया जाता है। इस तरह के कार्यों के लिए मोक्ष वृद्धाश्रम पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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