जींद: अढ़ाई माह से वेतन न मिलने पर मिड-डे मील वर्करों ने जताया रोष
जींद, 14 सितंबर (हि.स.)। मिड-डे मील वर्करों की बैठक शनिवार को बबली की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिला सचिव सुनीता ने कहा कि मौजूदा सरकार मिड-डे मिल वर्करों का शोषण कर रही है। शिक्षा विभाग बजट न होने का हवाला देकर पिछले अढाई महीने से वर्करों का मानदेय रोका हुआ है। जिसके कारण मिड-डे मिल वर्करों में भारी रोष है। इसका खामियाजा हरियाणा सरकार और भाजपा को वर्तमान विधानसभा में भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मिड-डे मील वर्कर यूनियन पूरे जिला में भाजपा के खिलाफ अभियान चलाकर आम जनता और वर्करों को जागरूक करेगी कि पिछले पांच साल में इस सरकार ने पांच हजार सरकारी स्कूल मर्जर के नाम पर बंद कर दिए। जिससे दस हजार वर्कर का रोजगार छीन गया है। बैठक में वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर एकजुटता दिखाई और सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने मांग की कि मिड-डे मिल वर्करों को पक्का किया जाए, न्यूनतम वेतन दिया जाए और 12 महीने वेतन दिया जाए। वर्करों का बकाया मानदेय तत्काल जारी किया जाए। बैठक में हरियाणा भर की मिड-डे मील वर्कर पूरे हरियाणा में एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ वोट करेंगी का आह्वान किया गया। बैठक को अंग्रेजो, सुनीता, नीलम, मंजू, गीता, रानी आदि शामिल रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा
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