जींद: वर्गीकृत आरक्षण के विरोध में बिफरे बहुजन समाज के लोगों ने किया प्रदर्शन
जींद, 21 अगस्त (हि.स.)। बुधवार को बहुजन समाज के आह्वान पर जिलेभर में एससी-एसटी में वर्गीकृत आरक्षण के विरोध में प्रदर्शन किया गया। वर्गीकृत आरक्षण को अध्यादेश ला कर रद्द करने से संबंधित राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम विरेंद्र सिंह सहरावत को सांैपा। प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया था।
एससी-एसटी आरक्षण में वर्गीकरण के विरोध में एससी समाज के आह्वान पर विभिन्न संगठनों के लोग बुधवार को रानी तालाब पर बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के साथ पार्क में एकजुट हुए। अधिवक्ता देशराज सरोहा सहित अन्य व्यक्ताओं ने कहा कि एक अगस्त को सुर्पीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण में वर्गीकरण करने के फैसले से करोडों लोगों के संवैधानिक अधिकार खतरे में पड़ गया है। संवैधानिक रूप से सामाजिक तथा शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन के लिए प्रतिनिधितत्व देने की व्यवस्था दी गई है, ना कि आर्थिक आधार पर। सुप्रीम कोर्ट ने इन वर्गों को आरक्षण में क्रिमिलेयर लगाने तथा उपवर्ग करने का अधिकार राज्य सरकारों को दिया है।
किसी जाति तथा उपजाति को एससी एसटी के दायरे में लाने का अधिकार राष्ट्रपति तथा केंद्र सरकार को दिया गया है। सुर्पीम कोर्ट का निर्णय एससी, एसटी के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी एससी-एसटी के साथ अत्याचार होता रहा है। काफी संख्या में बैकलॉग के पद खाली पड़े हैं। एससी-एसटी को भी वर्गीकरण के आधार पर बाटने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि सुर्पीम कोर्ट के फैसले को रद्द करने के लिए अध्यादेश जारी किया जाए। संसद का विशेष सत्र बुला कर बिल पास कर आरक्षण विषय को संविधान की नौंवी अनुसूची में डाला जाए। जिसके बाद गोहाना रोड पर लघुसचिवालय तक विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा / SANJEEV SHARMA
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।