हिसार : गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय कर रहा अंतराष्ट्रीय पहचान को मजबूत :बिश्नोई

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हिसार : गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय कर रहा अंतराष्ट्रीय पहचान को मजबूत :बिश्नोई


गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय ने ओपन लर्निंग प्लेटफॉर्म आस्ट्रेलिया के साथ

की बैठक

दोनों संस्थानों में शोध व शिक्षण में मिलकर कार्य करने पर बनी सहमति

हिसार, 11 दिसंबर (हि.स.)। हिसार स्थित गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विश्वविद्यालय ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान को और अधिक मजबूत करने तथा अपने विद्यार्थियों

व शोधार्थियों को वैश्विक स्तर पर शोध व अध्ययन के अवसर प्रदान करने के लिए आस्ट्रेलिया

के एक प्रतिष्ठित संस्थान के साथ ऑनलाइन बैठक की है। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय

के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने की। ऑनलाइन बैठक में आस्ट्रेलिया के ओपन लर्निंग

प्लेटफॉर्म संस्थान के सीईओ एडम ब्रीमों ने संस्थान की ओर से प्रस्तुति दी।

कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने गुरुवार काे इस अवसर पर कहा कि गुजविप्रौवि अंतराष्ट्रीय

स्तर पर अपनी पहचान को लगातार मजबूत कर रहा है। वैश्विक स्तर के प्रतिष्ठित संस्थान

गुजविप्रौवि के साथ अपनी भागीदारी बढ़ाना चाहते हैं। ओपन लर्निंग प्लेटफार्म आस्ट्रेलिया

के साथ भी विश्वविद्यालय की अत्यंत सार्थक वार्ता हुई है।

इस वार्ता के शीघ्र ही सकारात्मक

परिणाम आएंगे। बैठक में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार, डीन इंटरनेशनल अफेयरर्ज

प्रो. ओपी सांगवान, कुलपति के तकनीकी सलाहाकार (प्रशासनिक) प्रो. विनोद छोकर, तकनीकी

सलाहाकार (मानव संसाधन प्रबंधन) प्रो. संदीप राणा, सीओई डॉ. यशपाल सिंगला, सीडीओई के

निदेशक प्रो. खजान सिंह तथा पीडीयूसीआईसी के निदेशक मुकेश अरोड़ा भी उपस्थित रहे।

ओपन लर्निंग प्लेटफार्म आस्ट्रेलिया के सीईओ ने बताया कि इस प्लेटफार्म का

वैश्विक स्तर पर प्रयोग किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म की दुनिया भर के पांच मिलियन

से ज्यादा विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों तक पहुंच है। इस प्लेटफार्म पर

20 हजार से ज्यादा कोर्स हैं तथा 165 से ज्यादा देशों के 250 से ज्यादा शिक्षण संस्थान

इस प्लेटफार्म से जुड़े हैं।

डीन इंटरनेशनल अफेयरर्ज प्रो. ओपी सांगवान ने बताया कि गुजविप्रौवि और ओपन

लर्निंग प्लेटफार्म आस्ट्रेलिया के बीच मिलकर कार्य करने पर सहमति बनी है। यह बैठक

3 दिसंबर को दिल्ली में गुजविप्रौवि तथा आस्ट्रेलियन प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक

के बाद हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

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