झज्जर: मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व सीआईडी का एचएसवीपी कार्यालय में छापा, एक एसडीओ मिला नदारद

झज्जर: मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व सीआईडी का एचएसवीपी कार्यालय में छापा, एक एसडीओ मिला नदारद
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झज्जर: मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व सीआईडी का एचएसवीपी कार्यालय में छापा, एक एसडीओ मिला नदारद


-पूछने पर कर्मचारियों ने बताया गुुरुग्राम कार्यालय गए, पता किया तो वहां भी नहीं मिले

-टीम में एक इंस्पेक्टर समेत कई अधिकारी रहे शामिल

झज्जर, 6 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते और गुप्तचर विभाग की संयुक्त टीम ने बुधवार को बहादुरगढ़ में सेक्टर-9 स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यालय (एचएसवीपी) में छापा मारा। कार्यालय के अन्य रिकॉर्ड व हाजिरी रिकॉर्ड आदि का निरीक्षण किया। करीब 7 घंटे तक यह कार्रवाई चली। इस मौके पर एक उपमंडल अभियंता भी (एसडीई) गैर हाजिर मिले।

बुधवार को सुबह पौने 10 बजे टीम ने एचएसवीपी कार्यालय में दस्तक दे दी थी। टीम में सीएम फ्लाइंग से एसआई रामनिवास, एसआई सहदेव व गुप्तचर विभाग के कर्मचारी शामिल थे। टीम ने संपदा अधिकारी और कार्यकारी अभियंता के दफ्तरों में गहनता से जांच की। मौके पर ये दोनों अधिकारी मौजूद मिले। इनकी मौजूदगी में कर्मचारियों की हाजिरी चेक की गई। संपदा अधिकारी कार्यालय में कुल 13 कर्मचारी हाजिर थे। जबकि दो ओएसडी, एक अर्जित अवकाश और दो आकस्मिक अवकाश पर मिले। रिकार्ड चेक करने पर पाया गया कि 1 सितंबर से लेकर अब तक इस कार्यालय में ट्रांसफर की 291 एप्लीकेशन आई हैं, जिसमें से एक लंबित है। बिल्डिंग प्लान की 29 में से चार एप्लीकेशन लंबित हैं। आरटीआई की प्राप्त 52 एप्लीकेशन में 17 लंबित पाई गई।

वहीं, कार्यकारी अभियंता कार्यालय में 23 में से दो कर्मचारी छुट्टी पर पाए गए। जबकि उपमंडल अभियंता नरेश कुमार गैर हाजिर थे। इनके पास गुरुग्राम का अतिरिक्त चार्ज है लेकिन अधिकारियों की मानें तो वह गुरुग्राम में भी नहीं थे। हालांकि छापे की सूचना पाने के बाद वह आ गए थे। यहां सीएम विंडो की कुल 12 एप्लीकेशन आई हैं, जिनमें से 9 लंबित हैं। रिकार्ड चेक करने पर सामने आया कि सेक्टरों में पानी के 6912 और सीवर के 5610 कनेक्शन हैं। इनमें 389 कनेक्शन अवैध हैं, जिन्हें नोटिस दिए जा चुके हैं और 55 सीवर के कनेक्शन काटे जा चुके हैं। कुल बकाया बिलों की राशि एक करोड़ 86 लाख 3633 रुपये थी। इनमें से 36 लाख 6050 की रिकवरी बाकी है। 19 अक्टूबर 2023 से अब तक 15 कार्यों के टेंडर जारी हुए हैं। इनमें से सात का काम पूरा हो चुका है और तीन का काम चल रहा है। जबकि पांच दिसंबर को चार कार्य अलॉट हुए, इन पर कार्य जारी नहीं हुआ है। एक काम ग्रैप की वजह से रुक गया था। टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि गैर हाजिर मिले उपमंडल अभियंता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव

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