देश के लिए जातिवादी राजनीति हानिकारक: मनोहर लाल
- मुख्यमंत्री ने भारत रत्न से सम्मानित लाल कृष्ण आडवाणी से की मुलाकात
- सर्वोच्च पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री ने दी बधाई और लंबी आयु की कामना की
- हरियाणा सरकार के 9 वर्षों की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक आडवाणी को की भेंट
- पांच महापुरुषों को भारत रत्न दिए जाने पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का जताया आभार
चंडीगढ़/नई दिल्ली,10 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से नई दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात कर उन्हें सर्वोच्च उपाधि भारत रत्न मिलने पर बधाई दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आडवाणी को हरियाणा में चलाई जा रही योजनाओं व कार्यों की जानकारी देते हुए नौ सालों की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक भी भेंट की। लाल कृष्ण आडवाणी ने हरियाणा में किये जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता जताई।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद पहली बार उनसे मिलने पहुंचे थे। इस मौके पर दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी हमेशा आगे बढ़ने का हौसला देते हैं, सभी को साथ लेकर आगे बढ़ते रहे हैं। उनसे मिलने में विशेष स्नेह की अनुभूति होती है। उन्हें 3 फरवरी को जब भारत रत्न देने की घोषणा हुई, हमारे लिए यह प्रसन्नता का विषय है। मैंने तभी फैसला किया था कि जब दिल्ली आना होगा तो मुलाकात जरूर करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भारत रत्न दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्र सरकार को धन्यवाद करते है। आडवाणी की लंबी आयु की कामना भी करते हैं।
उन्होंने कहा कि देश की बड़ी हस्तियों में आडवाणी के साथ-साथ प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति ने, चाहे कर्पूरी ठाकुर, नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह, चाहे डॉ स्वामीनाथन हों, हर महापुरुष की अपनी विशेषताएं हैं, देश निर्माण में उनका जो योगदान रहा है, उसको ध्यान में रखते हुए उनकी पहचान की गई और पहचान करने के बाद सम्मानित करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि एक माह में भारत सरकार ने पांच विशेष विभूतियों को भारत रत्न दिया है, जो बहुत सराहनीय कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न देश के प्रति संबंधित व्यक्ति के योगदान को देखकर दिया जाता है। प्रतिभा खोज में जातियां नहीं बल्कि काम देखा जाता है। चाहे जाति कोई भी हो, उल्लेखनीय कार्य के आधार पर ही चयनित किया जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जाति की विचारधारा में कभी बंधे हों।
संसद में श्री राम मंदिर को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी प्रस्ताव आता है, तो उनकी भावना को देखकर सांसद उस पर विचार प्रकट करते हैं। यह जो प्रस्ताव आया है, जरूर इसका लाभ सबको मिलेगा। राज्यसभा के सदस्य के नामांकन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है और जो वह तय करेगा वही होगा।
हिन्दुस्थान समाचार./संजीव/दधिबल
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