यमुनानगर: आयुष्मान योजना से निजी अस्पताल संचालकों को हो रहा नुकसान:आईएमए
बकाया भुगतान को लेकर है रोष-आईएमए
यमुनानगर, 21 फरवरी (हि.स.)। आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों के बिलों के भुगतान में देरी को लेकर जिला आईएमए द्वारा बुधवार शाम को जिमखाना क्लब में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिला संयोजक जे.के. गुलाटी और प्रदेश सचिव डी.के.सोनी ने बताया कि निजी अस्पतालों में इस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड धारक का पांच लाख रूपये तक का इलाज किया जाता है।
इस योजना को सितंबर 2018 से निजी अस्पतालों में शुरू किया गया था। जिसमें सरकार से हुए अनुबंध के अनुसार सरकार द्वारा बिलों के भुगतान को 15 दिनों में किए जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि तीन-छह महीने के बाद भी बिलों का भुगतान नहीं होता है। बिलों में 30 से लेकर 90 प्रतिशत की कटौती कर बिलों का भुगतान किया जा रहा है। जिससे निजी अस्पताल संचालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अनुबंध में दिए गए रेट पर हम पहले ही सहमत नही थे। परंतु गरीबों की भलाई के लिए हमने सरकार से यह अनुबंध किया पर इसमें हमें भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस समय निजी अस्पताल के संचालकों का लगभग 100 करोड़ रूपये से ज्यादा का बिल भुगतान बकाया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर निजी अस्पताल के संचालकों में भारी रोष है। और अगर सरकार का यही रवैया रहा तो हमें मजबूरन इस योजना को बंद करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी निजी अस्पताल संचालकों ने प्रदेश आईएमए कार्यकारिणी को हस्ताक्षर देकर अपना पक्ष रखने का अधिकार दिया है। और सरकार से बातचीत में जो भी निर्णय प्रदेश आईएमए लेगा उससे हम सहमत होंगे। इस मौके पर जिला निजी अस्पताल के संचालक बड़ी संख्या में मौजूद रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार
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