फतेहाबाद: 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भाषा का महत्व' विषय पर हुआ विस्तार व्याख्यान
सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देती है बहुभाषी शिक्षा : सुमनलता
फतेहाबाद, 22 फरवरी (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर मनोहर मैमोरियल शिक्षण संस्थान में साहित्य विभाग द्वारा ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भाषा का महत्व’ विषय पर वीरवार को एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन करवाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा नीति में भाषा के केंद्रीय स्थान को उजागर करना और बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना था। कॉलेज के हिंदी विभाग की प्रवक्ता सुमन लता ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की।
उन्होंने अपने व्याख्यान में इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भाषा को सीखने के एक उपकरण से परे, ज्ञान निर्माण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के आधार के रूप में मान्यता देती है। उन्होंने नीति के प्रमुख बिंदुओं जैसे कि प्राथमिक स्तर से ही मातृभाषा या स्थानीय भाषा में शिक्षा प्रदान करना, त्रिभाषी फॉर्मूले को अपनाना, जिसमें मातृभाषा/स्थानीय भाषा, अंग्रेजी और एक अतिरिक्त आधुनिक भारतीय भाषा शामिल है। भाषा शिक्षण पर अधिक बल देना, जिसमें लिखित और मौखिक कौशल दोनों शामिल हैं।
भारतीय भाषाओं के साहित्य, कला और संस्कृति को पाठ्यक्रम में शामिल करना। मुख्य वक्ता सुमन लता ने इस बात पर भी जोर दिया कि बहुभाषी शिक्षा व्यक्तिगत विकास, सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देती है। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. जनक रानी ने भी विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे नीति के कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएं और अपनी मातृभाषाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य करें। कार्यक्रम का समापन साहित्य विभाग के इंचार्ज डॉ. ज्योति तथा रेखा द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान करके किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव
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