फतेहाबाद: महिलाओं संग भेदभाव को लेकर समाज को करना होगा आत्म मंथन: डॉ. कविता
बीएड कॉलेज में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लैंगिक संवेदनशीलता विषय पर व्याखान
फतेहाबाद, 24 जनवरी (हि.स.)। मनोहर मेमोरियल शिक्षण महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ एवं यौन उत्पीड़न सेल की ओर से राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर लैंगिक संवेदनशीलता विषय पर व्याख्यान करवाया गया। इसमें मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. कविता रानी ने विद्यार्थियों को लैंगिक समानता के प्रति जागरूक किया।
छात्र-छात्राओं को विभिन्न लैंगिक पहचानों से अवगत करवाते हुए डॉ. कविता रानी ने बताया कि आज हमें लैंगिक संवेदनशीलता को जीवन के हर पहलू में शामिल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज द्वारा ही महिला और पुरूष में भेदभाव किया जाता है, जबकि हम सभी समान है। हमारे देश की संस्कृति ऐसी है जहां स्त्री भगवान की कल्पना है। लक्ष्मी को धन, सरस्वती को शिक्षा व रक्षा के लिए दुर्गा माता को पूजा जाता है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां महिलाओं ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन न किया हो। देश-विदेश के सभी उच्च पदों पर महिलाएं आसीन हैं। हमारे देश की राष्ट्रपति भी एक महिला ही हैं।
उन्होंने कहा कि न तो जन्म से पहले और न ही जन्म के बाद महिला सुरक्षित हैं। हमारे समाज को इसके लिए आत्ममंथन करना होगा। उन्होंने व्याख्यान में लिंग आधारित भेदभाव और पुरातन धारणाओं के कारणों और समाधानों पर भी विस्तार से चर्चा की। इस संपूर्ण गतिविधि का संचालन महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सुमन बिश्नोई और डॉ. कमला जोशी द्वारा किया गया। उन्होंने वक्ताओं का धन्यवाद किया और सफल कार्यक्रम के लिए महिला प्रकोष्ठ एवं यौन उत्पीड़न सेल को बधाई दी।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुमन/संजीव
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