पराली जलाने की घटनाओं में 60 प्रतिशत कमी लाकर राज्यभर में प्रथम रहा कैथल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन ने पंचायतों को किया सम्मानित
कैथल, 9 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन सेवानिवृत आईएएस अधिकारी पी राघवेंद्र राव ने कहा कि इस वर्ष जिला कैथल ने पराली नहीं जलाने की घटनाओं में 60 प्रतिशत की कमी लाकर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिसके लिए कैथल डीसी प्रशांत पंवार व जिला प्रशासन के साथ-साथ क्षेत्र के किसान बधाई के पात्र हैं। पराली नहीं जलाने के जीरो बर्निंग लक्ष्य को सभी के सांझे प्रयासों से प्राप्त किया जा सकता है।
पराली प्रबंधन जहां किसानों की आमदनी का बेहतर जरिया है, वहीं वतावरण व स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव लघु सचिवालय के सभागार में जिला प्रशासन व डिलोईट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में पराली में सहयोग व अच्छा कार्य करने वाली विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को सम्मानित करने के दौरान बोल रहे थे।
इस मौके पर डीसी प्रशांत पंवार, डिलोईट कंपनी से अभय वर्मा, नम्रता गुलाटी, कन्नू मिली सनिला, गरिमा रावत अन्य अधिकारी तथा विभिन्न पंचायत प्रतिनिधित मौजूद रहे। चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि पराली प्रबंधन की दिशा में जिला ने अच्छा कार्य किया है। इतना ही नहीं प्रदेश स्तर पर भी जो पराली प्रबंधन किया गया, उसकी सराहना सर्वोच्च न्यायालय के साथ-साथ केंद्र सरकार ने भी की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 से लगातार प्रदेश में पराली प्रबंधन की दिशा में अच्छा कार्य किया जा रहा है।
डीसी प्रशांत पंवार की थपथपाई पीठ
चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने पराली प्रबंधन में किए गए बेहतर कार्यों व राज्यभर में कैथल को प्रथम स्थान पर लाने के लिए डीसी प्रशांत पंवार की पीठ थपथपाई। डीसी प्रशांत पंवार ने कहा कि जिला को 8 क्लस्टरों में विभाजित करके उच्चाधिकारियों के साथ-साथ टीमें गठित की गई थी। जो निरंतर क्षेत्र में जाकर पराली प्रबंधन की दिशा में कार्य किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश
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