हिसार: विश्वविद्यालय कर्मचारियों का डिजिटल कौशल बढ़ाना आवश्यक : नरसीराम बिश्नोई

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हिसार: विश्वविद्यालय कर्मचारियों का डिजिटल कौशल बढ़ाना आवश्यक : नरसीराम बिश्नोई


कुलपति ने किया तीन दिवसीय ‘कंप्यूटर स्किल अवेयरनेस प्रोग्राम’ का उद्घाटन

हिसार, 1 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विश्वविद्यालयों को डिजिटल करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों का डिजिटल कौशल बढ़ाना आवश्यक है। विश्वविद्यालय ने शिक्षकों के साथ-साथ गैर शिक्षक कर्मचारियों को भी नवीनतम तकनीकों की जानकारी देने के लिए विस्तृत योजना तैयार की है। वे गुरुवार को तीन दिवसीय ‘कंप्यूटर स्किल अवेयरनेस प्रोग्राम’ में बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी ने की। कार्यक्रम का संयोजन शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया ने किया। पीडीयूसीआईसी के निदेशक मुकेश अरोड़ा कोर्स कोर्डिनेटर हैं।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि बदलती वैश्विक परिस्थितियों के अनुसार विश्वविद्यालयों को भी अपने आपको अपडेट व अपग्रेड करना होगा, क्योंकि विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी आने वाली पीढिय़ों को प्रशिक्षित करना भी है। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऑनलाइन कोर्सों को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। हम मानव संसाधन को कौशलयुक्त बनाकर ही 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार कर सकते हैं।

एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी ने कहा कि इस कोर्स का उद्देश्य प्रतिभागी कर्मचारियों को केवल कंप्यूटर कौशल देना ही नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय के वर्क कल्चर को सृजनात्मक रूप देना भी है। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई की सोच से हो रहे इन कोर्सों से विश्वविद्यालय को फायदा होगा। अगले सप्ताह इसी प्रकार दो और कोर्स डिजाइन किए गए हैं। शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना बिश्नोई ने अपने सम्बोधन में कोर्स की उपयोगिता तथा एमएमटीटीसी के बारे में जानकारी दी।

पीडीयूसीआईसी के निदेशक मुकेश अरोड़ा ने बताया कि कोर्स के दौरान प्रतिभागियों को संबंधित विषय विशेषज्ञों द्वारा ईडीपी सैल की कार्यप्रणाली, ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया, अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर, पीएफ सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन एडमिशन काउंसलिंग तथा गूगल फॉर्म सीट आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उप निदेशक जनसम्पर्क डा. बिजेन्द्र दहिया उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

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