हिसार: रैगिंग को जड़ से खत्म करना जरूरी: डॉ. नीरज कुमार
एचएयू में विद्यार्थियों को दिलाई रैगिंग न करने की शपथ
हिसार, 30 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय में शनिवार को रैगिंग विरोधी जागरूकता अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपरोक्त महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार रहे। रैगिंग विरोधी जागरूकता अभियान आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को रैगिंग विरोधी कानूनों के बारे में जानकारी प्रदान कर उन्हें जागरूक करना था।
मुख्य अतिथि डॉ. नीरज कुमार ने शनिवार को शुरू हुए इस अभियान के दौरान उपस्थित छात्र-छात्राओं को रैगिंग विरोधी शपथ दिलाई। साथ ही कहा कि रैगिंग को जड़ से खत्म करना जरूरी है। इसके लिए सरकारी-गैर सरकारी संगठन, शैक्षिक व गैरशैक्षणिक संस्थान, सरकारी प्राधिकरण व सिविल सोसाइटी को एक मंच पर आकर विद्यार्थी वर्ग को रैगिंग से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। शिक्षण संस्थानों में रैगिंग -विरोधी दस्तें व समितियां बनाकर रैगिंग पर निरंतर दृष्टि रखी जा सकती है। मुख्यातिथि ने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे रैगिंग संबंधित कार्यों में शामिल न हो और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
डॉ. कविता शर्मा ने रैगिंग से संबंधित नियमावली पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अपने संबोधन में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रैगिंग व उसके खिलाफ कानूनों को परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि रंग, नस्ल, धर्म, जाति, लिंग, यौन रूझान, रूप-रंग, राष्ट्रीयता, क्षेत्र मूल्य या आर्थिक पृष्ठभूमि सहित किसी भी मामले में छात्र-छात्राओं को शारीरिक व मानसिक रूप से उनका शोषण व दुर्व्यवहार करना रैगिंग की परिभाषा में आता है। इस अवसर पर उन्होंने हकृवि द्वारा रैगिंग पर अंकुश लगाने के लिए अपनाए जा रहे यूजीसी दिशा-निर्देशों पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय की प्रभारी डॉ. रचना गुलाटी व सुहानी सहित शिक्षक व गैरशिक्षक कर्मचारी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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