हिसार: एचएयू के एमएससी व पीएचडी छात्रों को मिलेगा विदेशी संस्थानों में ज्ञान लेने का मौका

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हिसार: एचएयू के एमएससी व पीएचडी छात्रों को मिलेगा विदेशी संस्थानों में ज्ञान लेने का मौका


हिसार: एचएयू के एमएससी व पीएचडी छात्रों को मिलेगा विदेशी संस्थानों में ज्ञान लेने का मौका


विदेशी वैज्ञानिकों ने एचएयू के शोधार्थियों व वैज्ञानिकों को दिया अपने संस्थानों में आने का निमंत्रण

हिसार, 7 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने देश-विदेश के विभिन्न संस्थानों से आए प्रख्यात वैज्ञानिकों ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज से बैठक की। हकृवि के शैक्षिक व अनुसंधान कार्यक्रमों पर विस्तार से बातचीत की।

इस बैठक में अमेरिका के टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय के संकाय फेलो प्रोफेसर सर्जिओ सी. कापारेडा ने हकृवि में शोध के प्रति सकारात्मक माहौल को देखते हुए अपने संस्थान की तरफ से यहां के वैज्ञानिकों खासतौर से विद्यार्थियों को टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण व अनुसंधान के लिए जरूरी तकनीकों को जानने के लिए निमंत्रण दिया।

फ्रांस के आईपीसीसी नोबेल पुरस्कार के सह-विजेता प्रोफेसर आर्थर सी. रिडेकर ने हकृवि के शोध व शिक्षण को पूरी तरह से किसानों पर केंद्रित व कृषि उत्पादन बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने हकृवि के विद्यार्थियों को अपने देश के संस्थानों में प्रशिक्षण व शोध संबंधी विकल्प देने की बात कही, जिससे हकृवि के एमएससी व पीएचडी के विद्यार्थियों को लाभ होगा।

इसी प्रकार जर्मनी के गटींगम से डॉ. डिटर एच. त्रुट्ज ओस्नाबु्रक ने कहा कि यह सम्मेलन कृषि सहित अन्य क्षेत्रों से जुड़े रोचक व महत्वपूर्ण विषयों के बारे में ज्ञान प्रदान करने में बहुत सफल रहा है। इसमें यूरोप व एशिया महाद्वीप के देशों की जलवायु की भिन्नता से लेकर कृषि समस्याओं को जानने का अवसर भी मिला है। उन्होंने हकृवि के शोद्यार्थियों को जर्मनी की तरफ से निमंत्रण दिया। कोलम्बिया से आए डॉ. देवकी नंदन ने कहा कि हकृवि में आयोजित किए गए इस सम्मेलन में उन्हें व्यक्तिगत तौर पर अन्य देशों से आए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ ज्जवलंत मुद्दों पर मंथन करने का अवसर प्रदान किया है। कजाखिस्तान से डॉ. एर्माकोवा ओक्साना व डॉ. विक्टर कामकिन ने कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेकर उन्हें नई-नई जानकारियां प्राप्त करने पर अवसर प्राप्त हुआ है। अफ्रीका के वैज्ञानिक डॉ. राबे यहाया ने हकृवि की प्रयोगशालाओं के उच्च मापदंड, सुविधाओं के साथ वैज्ञानिकों के अनुभव की तारीफ की।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

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