गुरुग्राम में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का हुआ रंगारंग आगाज

गुरुग्राम में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का हुआ रंगारंग आगाज
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गुरुग्राम में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का हुआ रंगारंग आगाज


-ढोल-नगाड़े, बीनवादक और हरियाणवी गीतों ने जमाया रंग

-प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही महोत्सव में

गुरुग्राम, 22 दिसम्बर (हि.स.)। शहर के स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को शीतला माता और श्रीमद्भागवत के मंत्रोच्चारण व यज्ञ-हवन में आहुतियां अर्पित करते हुए उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का शुभारंभ किया। उनके साथ महोत्सव के नोडल अधिकारी व एडिशनल लेबर कमिश्नर कुशल कटारिया, नगराधीश दर्शन यादव, सीएमओ डा. विरेन्द्र यादव व डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार मौजूद रहे।

जिला परिषद सभागार परिसर पूरी तरह से गीतामय नजर आया। जिला प्रशासन व सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित किए गए इस दो दिवसीय धार्मिक उत्सव में हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा हरियाणा की लोक परंपराओं को दर्शाया गया है। उपायुक्त ने पंडाल में बनाए गए शीतला माता व श्रीकृष्ण भगवान के मंदिर में दीप जलाकर महोत्सव की शुरुआत की। उपायुक्त ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, जीओ गीता, गिव गीता, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्थान, स्वयं सहायता समूह, खेल विभाग, इलेक्ट्रोपैथी, आयुष विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जिला रैडक्रास सोसायटी, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, वित्तीय साक्षरता, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग आदि की स्टालों का अवलोकन किया। उपायुक्त ने यहां प्रदर्शनी में आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर उनका हौंसला बढ़ाया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जनहित में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलवाए जाने के निर्देश दिए।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने इस आयोजन की सराहना करते हुए जिलावासियों को गीता महोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो गीता ज्ञान दिया था, वह आज भी हम सबके लिए प्रासंगिक है।

दर्शकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया

सभागार में मंच पर एडिशनल लेबर कमिश्नर कुशल कटारिया ने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि गीता को पढऩे के साथ के इसके उपदेश को अपने जीवन में भी उतारना चाहिए। श्री गणेश वंदना, कत्थक नृत्य, हरियाणवी राग-रागनियां, भजन, एकल नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा देख कर दर्शक भाव-विभोर हो गए। परिसर में ढोल-नगाड़े व बीन कलाकारों की थाप पर छात्र-छात्राओं ने जमकर डांस किया। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने हरियाणवी लोकगीत व नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव

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