फतेहाबाद: सांसदों के निलंबन के विरोध में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने दिया धरना
मोदी सरकार ने लोकतंत्र के मंदिर में ही लोकतंत्र की हत्या की : प्रहलाद सिंह
फतेहाबाद, 22 दिसम्बर (हि.स.)। लोकसभा और राज्यसभा के विपक्ष के 146 सांसदों के निलंबन के विरोध में इंडिया गठबंधन के घटक दलों द्वारा फतेहाबाद में लघु सचिवालय पर धरना दिया गया। धरने में कांग्रेस के अलावा वामपंथी दलों के नेता भी शामिल हुए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, पूर्व विधायक जरनैल सिंह, कांग्रेस नेत्री कृष्णा पूनियां, जुगलाल टुटेजा, शम्मी रत्ति, अरविंद शर्मा, मंगतराम लालवास, गोपाल चौधरी, माकपा नेता जगतार सिंह, रामकुमार बहबलपुरिया, देवीलाल एडवोकेट सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। नेताओं ने कहा कि जब से देश में भाजपा सत्ता में आई है, उसने तानाशाही रवैया अपना हुआ है। भाजपा को पता था कि राज्यसभा में बहुमत न होने के चलते वह अपने बिलों को पास नहीं करवा सकती, ऐसे में उसने जानबूझ कर विपक्षी के इतने सांसदों को सस्पेंड करवा दिया। संसद सुरक्षा के सवाल पर मोदी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीपीएस ने कहा कि पीएम जब पंजाब में गए और उनकी सुरक्षा में चूक हुई तो उन्होंने इसकी सारी जिम्मेवारी पंजाब सरकार पर डाल दी थी। अब पीएम और गृहमंत्री की मौजूदगी में संसद सुरक्षा में चूक हुई है। विपक्ष जब सरकार से इसका जवाब मांग रहा तो देश की जनता को जवाब देने की बजाय 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे तानाशाही रवैया अपनाकर विपक्षी की आवाज को दबा नहीं सकती। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा और सांसदों की बहाली को लेकर आज देशभर में इंडिया गठबंधन द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया है। उपराष्ट्रपति की मिमिक्री मामले में मोदी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीपीएस ने कहा कि देश की जनता का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उपराष्ट्रपति के मामले को भाजपा द्वारा जातीय रंग दिया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव
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