यमुनानगर: हरियाणा योग को शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने वाला पहला राज्य: कंवरपाल
यमुनानगर, 12 फरवरी (हि.स.)। प्रदेश के 6500 गांवों एवं 14000 विद्यालयों में चल रहे हर घर परिवार सूर्य नमस्कार अभियान के अंतर्गत सोमवार को महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन सरस्वती विद्या मंदिर जगाधरी में किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने शिरकत की। इस मौके पर हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य और एस.सी.ई.आर.टी. गुरूग्राम के निदेशक सुनील बजाज ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।
इसी कड़ी में माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं एस.सी.ई.आर.टी. गुरुग्राम के प्रयासों से प्रदेश के लगभग 14 हजार विद्यालयों को इस कार्यक्रम में जोडऩे के लिए दिशा-निर्देश दिए गए, जिसमें ऑनलाइन माध्यम से लगभग 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों की भागीदारी रही। हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने इस अवसर पर हरियाणा योग आयोग, शिक्षा विभाग एवं आयुष विभाग द्वारा आयोजित सूर्य नमस्कार अभियान के तहत हरियाणा के सभी 14 हजार विद्यालयों के 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती का भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने नारी शिक्षा एवं गुरुकुल प्रणाली संस्कृत उत्थान को लेकर महत्वपूर्ण कार्य किया है। हरियाणा एकमात्र प्रांत है जहां योग को शिक्षा के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। हरियाणा योग आयोग के रजिस्ट्रार डॉ. राजकुमार ने सभी का इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु धन्यवाद किया। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र चौधरी ने बताया कि जिले के हर घर परिवार सूर्य नमस्कार में ऑनलाइन माध्यम से लगभग एक हजार स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/सुमन/संजीव
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