सिरसा: सरकारी स्कूलों में बिल्डिंग व स्टाफ की कमी नहीं हो रही दूर: राजन मेहता
सिरसा,5 अपै्रल (हि.स.)। प्रदेश सरकार की मंशा गरीबों परिवारों के बच्चों को शिक्षा न देने की है। इसलिए ही सरकारी स्कूलों की स्थिति को भी नहीं सुधारा जा रहा। अगर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर ठीक को जाए तो फिर लोगों को प्राइवेट स्कूलों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। शुक्रवार को यह बात युवा कांग्रेस नेता राजन मेहता ने कही।
जारी बयान में राजन ने कहा कि स्कूल माफिया की मिलीभगत के चलते सरकारी स्कूलों में बिल्डिंग व स्टाफ समेत किसी भी कमी को दूर नहीं किया जा रहा। प्रदेश भाजपा सरकार लाखों गरीब परिवारों से शिक्षा का अधिकार छीनना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में 8वीं तक मुफ्त शिक्षा का प्रावधान होने के बावजूद आज तक किताबें नहीं पहुंच पाई हैं। राजन ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कांग्रेस सरकार की देन है। हर घर तक, हर बच्चे तक शिक्षा की अलख पहुंचे, इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की सरकार ने पूरे देश में इसे लागू किया। प्रदेश में शिक्षा के अधिकार व 134ए के तहत निजी स्कूलों में गरीब परिवारों के बच्चों को दाखिला देने की व्यवस्था रही। लेकिन, भाजपा सरकार ने 134ए को खत्म कर दिया और चिराग योजना लेकर आ गए।
युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि इस चिराग योजना के तहत भी नए शैक्षणिक सत्र के लिए कोई दाखिला अभी नहीं हुआ है। सरकारी स्कूलों में पिछले साल छात्रों को 5 महीने देरी से किताबें मिल पाई थी। शोर मचा तो इस बार नए सत्र से पहले ही किताबें पहुंचाने का वादा सरकार ने किया, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। राजन मेहता ने कहा कि प्रदेश सरकार अगर चाहे तो एक दिन में ही चिराग योजना के तहत बच्चों के दाखिले करवा दे, लेकिन ऐसा करने की सरकार की नीयत ही नहीं है। राजन ने कहा कि सरकार की निजी स्कूलों के साथ मिलीभगत के चलते बच्चों व अभिभावकों के चक्कर कटवाए जा रहे हैं, ताकि वे खुद ही निजी स्कूलों में दाखिले का मोह छोड़ दें।
हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/संजीव
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