फरीदाबाद : पृथला विधानसभा में कायम रहा इतिहास, यहां अब तक नहीं खिला ‘कमल’
फरीदाबाद, 8 अक्टूबर (हि.स.)। फरीदाबाद जिले की पृथला विधानसभा सीट ने अपना इतिहास इस विधानसभा चुनाव में भी कायम रखा। इस बार भी यहां से भाजपा ‘कमल’ नहीं खिला पाई। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी रघुबीर सिंह तेवतिया ने दूसरी बार जीत दर्ज करने का रिकार्ड दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पृथला विधानसभा सीट पर हुए पिछले तीन विधानसभा चुनावों की परिणामों की बात की जाए तो यहां से तीन अलग-अलग प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रघुबीर सिंह तेवतिया ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी टेकचंद शर्मा को महज 3 हजार वोटों के अंतर से हराया था। उस दौरान भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े नयनपाल रावत तीसरे स्थान पर रहे थे। साल 2014 में हुए चुनावों में यह सीट बहुजन समाज पार्टी की झोली में चली गई। 2009 विधानसभा चुनाव में छोटे अंतर से हारने वाले टेकचंद शर्मा ने 2014 में इस सीट पर हाथी दौड़ा दिया था। इस चुनाव में भाजपा की टिकट पर नयनपाल रावत फिर चुनाव लड़े और मात्र 3100 वोटों से चुनाव हार गए थे। फिर 2019 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सोहनपाल छोकर को प्रत्याशी बनाकर चुनावी रण में उतारा था, उसके सामने कांग्रेस प्रत्याशी रघुबीर सिंह तेवतिया था। इस बार भाजपा से बागी हुए नयनपाल रावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ा तो जीत दर्ज की। वर्ष 2024 के चुनावों में भाजपा ने टेकचंद शर्मा पर विश्वास जताया और इस बार उम्मीद थी कि पृथला इतिहास बदलेगा और कमल खिलाने का काम करेगा, लेकिन इस बार भी कांग्रेस के रघुबीर तेवतिया ने भाजपा प्रत्याशी टेक चंद शर्मा को 20 से ज्यादा वोटों से हराकर इस सीट का इतिहास कायम रखा है।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर
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