हिसार : जलवायु परिवर्तन से निपटने को उन्नत कृषि तकनीक विकसित कर रहा एचएयू : प्रो. बीआर कम्बोज

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हिसार : जलवायु परिवर्तन से निपटने को उन्नत कृषि तकनीक विकसित कर रहा एचएयू : प्रो. बीआर कम्बोज


हकृवि में किसान दिवस समारोह आयोजित, प्रदेश के 42 किसानों को किया सम्मानितसिरसा जिले के आशीष मेहता को मिला किसान रत्न पुरस्कारहिसार, 23 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि बात चाहे देश की रक्षा की हो या खाद्य सुरक्षा की यह प्रदेश सदा आगे रहा है। कृषि में किसानों को आगे बढ़ाने में यह विश्वविद्यालय लगातार प्रयासरत है। हरियाणा 1 नवंबर 1966 को जब अलग राज्य के रूप में गठित हुआ था उस समय राज्य का खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 1966-67 के दौरान मात्र 25.92 लाख टन था जो अब बढक़र लगभग आठ गुणा हो गया है। कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज मंगलवार को विश्वविद्यालय में आयोजित किसान दिवस समारोह में उपस्थित किसानों व अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा बनने के बाद गेहूं का उत्पादन 6 गुणा, चावल 8 गुणा, कपास 3 गुणा एवं तिलहनी फसलों का उत्पादन 5 गुणा बढ़ा है। ये सब उपलब्धियां हरियाणा सरकार की किसान हितैषी नीतियों एवं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सिफारिश की गई कृषि सम्बन्धी तकनीकों तथा किसानों की मेहनत के कारण हुई हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने कम पानी में अधिक पैदावार देने वाली किस्मों के अलावा बाजरा की बायोफोर्टिफाइड किस्में भी विकसित की हैं जिनमें लौह तत्व एवं जस्ते की भरपूर मात्रा है। किसी फसल की कम पानी मे उगाई जाने वाली किस्म लगाने से लाखों लीटर पानी की बचत की जा सकती है। कुलपति ने कहा कि कृषि में विविधिकरण को अपनाकर तथा उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाकर विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा का मुकाबला किया जा सकता है। किसानों को अनाजों के उत्पादन के साथ-साथ दलहनी फसलों, औषधीय पौधे, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, सब्जियों, फलों, फूलों की खेती, जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती को भी अपनाना चाहिए ताकि उनकी आय बढ़ सके।विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि हकृवि के अंतर्गत कार्यरत सभी कृषि विज्ञान केन्द्र विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नवीनतम कृषि तकनीकों को किसानों तक पहुंचा रहे हैं। जिससे किसान लाभान्वित हो रहे हैं। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने सभी का स्वागत किया और कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा ने सभी का धन्यवाद किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

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