ग्राम पंचायतों में टेंडर से होने वाले कार्याें में ही होगा स्टेट फाइनेंस फंड का इस्तेमाल: मनोहर लाल
दो करोड़ रुपये तक के काम करवा सकते हैं विधायक, लेकिन बिना टेंडर नहीं
चंडीगढ़, 22 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट कर दिया है कि गांवों के विकास के लिए स्टेट फाइनेंस कमीशन से जारी किए जाने वाली राशि का इस्तेमाल केवल टेंडर से होने वाले विकास कार्यों में ही हो सकेगा। ऐसे में विकास कार्यों की लागत भले ही पांच लाख रुपये से कम ही क्यों न हो। हालांकि पंचायतों को पांच लाख रुपये तक के विकास कार्य कोटेशन पर करवाने के अधिकार दिए हैं, लेकिन ये कार्य भी पंचायत के पास उपलब्ध खुद के फंड से ही हो सकेंगे। पंचायतों को अपने कुल फंड का पचास प्रतिशत तक ऐसे विकास कार्यों में खर्च करने के अधिकार दिए हैं।
गुरुवार को फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस के सदस्य मामन खान इंजीनियर ने सदन में यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि उनके हलके में दो करोड़ रुपये के कुल 31 विकास कार्यों की मंजूरी 7 जुलाई, 2023 को दी गई। सरकार की ओर से नूंह डीसी को पैसा भी जारी कर दिया गया लेकिन अभी तक केवल एक ही काम पूरा हुआ है। इस पर विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बताया कि 13 विकास कार्यों पर काम शुरू हो चुका है। 11 के टेंडर जारी हो चुके हैं और बाकी के छह के भी टेंडर हाल ही में जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री की ओर से विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत फंड की मंजूरी दी जाती है तो विधायकों के हिसाब से 25 लाख तक के कार्य करवाने की छूट दी जानी चाहिए। बबली ने कहा कि सरकार ने ई-टेंडर के जरिये ही विकास कार्य करवाने का निर्णय लिया है। यह फैसला इसीलिए लिया है ताकि विकास कार्यों में पारदर्शिता बनी रही। फिरोजपुर-झिरका में काम शुरू होने में देरी इसलिए हुई क्याेंकि टेंडर कई बार जारी करने पड़े।
जींद में बनेगा ऑडिटोरियम
जींद शहर में मां जयंती देवी मंदिर के साथ लगती बागवानी विभाग की जमीन पर सरकार ऑडिटोरियम का निर्माण करेगी। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को प्रस्ताव भेजना होगा। यहां से विधायक कृष्णलाल मिढ्ढा ने यह मुद्दा उठाया था। निकाय मंत्री कमल गुप्ता पहले तो सवाल ही नहीं समझ पाए। उन्होंने कहा कि जयंती मंदिर के सामने बागवानी विभाग की पांच एकड़ जमीन पर कम्युनिटी सेंटर और हर्बल पार्क विकसित करने की योजना है। अगर प्रस्ताव आएगा तो कम्युनिटी सेंटर की जगह आडिटोरियम का निर्माण होगा। बाद में सीएम ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि प्रस्ताव भेजें तो जयंती मंदिर के साथ की जमीन पर ऑडिटोरियम बनवाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील
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