डीजीपी ने हरियाणा पुलिस को दिया नव संकल्प और संघर्ष का मंत्र

WhatsApp Channel Join Now


-सेवानिवृत्ति से पहले ओपी सिंह का भावुक विदाई संदेश

चंडीगढ़, 31 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सेवानिवृत्ति से पहले पुलिस बल का मनोबल बढ़ाते हुए नव संकल्प और संघर्ष का मंत्र दिया। पुलिस अधिकारियों और जवानों को लिखे विदाई संदेश में ओपी सिंह ने कहा, ‘मैं आईपीएस रूपी रेल से उतरा हूं, यात्रा खत्म नहीं हुई है।’ उन्होंने वर्ष 2025 की उपलब्धियों और 2026 की चुनौतियों का जिक्र करते हुए पुलिस को अपराध नियंत्रण का मंत्र दिया। डीजीपी ओपी सिंह ने अपनी डीजीपी कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2025 में 2024 की तुलना में मानव और संपत्ति के विरुद्ध अपराधों में कमी आई, कमजोर और वंचित वर्ग कम टारगेट हुए, जबकि ड्रग्स और आर्म्स एक्ट के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई। उन्होंने इसका श्रेय हरियाणा पुलिस की सक्रियता, प्रतिबद्धता और जमीनी स्तर पर किए गए प्रयासों को दिया।

डीजीपी ओपी सिंह ने अपने 33 साल के सफर को याद करते हुए लिखा, मैं 1992 में आईपीएस रूपी रेल में सवार हुआ था, उसी दिन ये तय था कि मेरा स्टॉप 31 दिसंबर 2025 को है और मुझे पता था कि एक दिन ये आए और मुझे वहां उतर जाना है, आज वही दिन है। मुझे सेवानिवृत्ति शब्द से परहेज नहीं है। मेरा मानना है कि जब तक जीवन है, कुछ सार्थक और उपयोगी करते रहना चाहिए। डीजीपी ने कहा कि इस यात्रा में मिले सभी लोग उनकी स्मृतियों का हिस्सा हैं। ओपी सिंह ने बताया कि जिला एसपी से लेकर डीजीपी तक उन्होंने हमेशा फोर्स को अपराधियों के पीछे लगाए रखा।

2026 में और बढ़ेंगी चुनौतियां

डीजीपी ने पुलिस जवानों को आगाह किया कि 2026 में चुनौतियां और बढ़ेंगी और 2025 के बेसलाइन आंकड़ों के आधार पर अपराध दर का आकलन किया जाएगा। बढ़ते अपराध पर “शोर मचाने” की बजाय समाधान पर जोर देते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिक से अधिक पुलिसकर्मियों को अपराध रोकने के कार्य में लगाना, हिंसक व संगठित अपराधियों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाना और क्राइम प्रिवेंशन को सर्वोच्च प्राथमिकता देना ही एकमात्र रास्ता है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

Share this story