कांग्रेस के भ्रष्टाचार की दलदल में फंसी हरियाणा की बेटी: नायब सैनी
-विनेश फोगाट को हर हाल में मिलेगी सम्मान की राशि
-विज व राव इंद्रजीत वरिष्ठ नेता, सीएम तय करना संसदीय बोर्ड का काम
चंडीगढ़, 23 सितंबर (हि.स.)।हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि वह हरियाणा की बेटी हैं। वह अपनी बेटी का पूरा सम्मान करते हैं लेकिन हरियाणा की बेटी कांग्रेस के भ्रष्टाचार की दलदल में फंस गई है। बहुत जल्द उन्हें धरातल की सच्चाई पता लग जाएगी।
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में नायब सैनी ने कहा कि विनेश फोगाट ही नहीं अन्य सभी विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम तय हो चुका था लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण यह मामला टल गया। इसके बावजूद यह तय है कि विनेश सहित अन्य खिलाड़ियों को भी सम्मान की राशि दी जाएगी। वर्ष 2014 व 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की वोट प्रतिशतता में कमी आने के मुद्दे पर नायब सैनी ने कहा कि
12 मार्च को मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सौ दिन का एजेंडा तय किया था। इसके बावजूद उन्हें काम करने के लिए केवल 56 दिन का समय मिला। इतने कम दिनों में सरकार ने 126 बड़े फैसले लिए हैं। नायब सैनी ने कहा कि आज वह जहां पर भी प्रचार के लिए जा रहे हैं, लोग यह बोल रहे हैं कि आपको काम करने के लिए कम समय मिला। नायब सैनी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले पीपीपी कार्ड के माध्यम से पांच सौ रुपये सम्मान भत्ता 500 मिलता था। पूर्व कांग्रेस सरकार ने जाते-जाते एक हजार रुपये की घोषणा की लेकिन दे नहीं सकी। मनोहर सरकार ने इस सारी योजना को ऑनलाइन मोड पर शिफ्ट किया और आज हरियाणा में बुजुर्गों को तीन हजार रुपये सम्मान भत्ता मिल रहा है। सैनी ने कहा कि एक्टिव मोड पर तीन लाख 70 हजार बुजुर्गों की पेंशन घर बैठे ही लगी है। भाजपा यह चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ रही है। दूसरी तरफ उन्होंने आचार संहिता लगने से पहले और बाद में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अलग-अलग विषयों पर दस सवाल पूछे थे, जिसका वह आजतक जवाब नहीं दे सके।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल विज तथा राव इंद्रजीत द्वारा मुख्यमंत्री पद की इच्छा व्यक्त करने पर नायब सैनी ने कहा कि दोनो ही नेता पार्टी के वरिष्ठ हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करता है। सैनी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद भी अगर संसदीय बोर्ड के फैसले में कोई बदलाव होगा तो वह उसे स्वीकार करेंगे। चुनाव लड़ रहे बागियों पर नायब सैनी ने कहा कि भाजपा के ज्यादातर बागी अपना नामांकन वापस लेकर पार्टी के अधिकारिक प्रत्याशियों के लिए काम शुरू कर चुके हैं। कांग्रेस के मुकाबले भाजपा में बहुत कम बागी प्रत्याशी मैदान में हैं। जो प्रत्याशी अभी मैदान में है वह भी अगले दो तीन दिनों में प्रचार बंद कर देंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा
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