विकसित भारत में में युवा शक्ति का होगा अहम योगदान:मनोहर लाल
सीएम ने युवाओं के साथ किया संवाद
22 हजार उत्साही युवाओं ने की सक्रिय भागीदारी
चंडीगढ़, 2 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में प्रदेश व देश की युवाशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होगा। मुख्यमंत्री शनिवार को ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम में युवा शक्ति से संवाद रहे थे। इस अवसर पर लगभग 22,000 युवाओं ने राष्ट्र के भविष्य के पथ पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के साथ चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।
समृद्ध और उन्नत भारत के व्यापक लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देने की युवाओं की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में आर्थिक विकास को गति देने की अपार शक्ति है। युवाओं की इस ताकत को सकारात्मक दिशा देने के लिए श्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘मेक इन इंडिया‘, ‘स्किल इंडिया‘, ‘डिजिटल इंडिया‘, ‘स्टैंडअप इंडिया‘, और ‘स्टार्टअप इंडिया‘ जैसे अनेक कार्यक्रमों की सराहना की। ये कार्यक्रम युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने, स्वरोजगार के लिए हुनरमंद बनाने, डिजीटली दक्ष बनाने और अपना कारोबार शुरू करने में सक्षम बनाने में कारगर सिद्ध हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन किया गया है और स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक कौशल शिक्षा को महत्वपूर्ण बनाया जा रहा है ताकि 2030 तक राज्य का हर युवा शिक्षित होने के साथ-साथ हुनरमंद बने। जब हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे, तब हरियाणा संयुक्त राष्ट्र के वर्ष 2030 तक के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा।
मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने युवाओं के स्वाभिमान की रक्षा के लिए सरकारी नौकरियों को मिशन मैरिट में बदला है। युवाओं को योग्यता के आधार पर ‘बिना खर्ची - बिना पर्ची‘ के 1 लाख 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां देकर उनका मनोबल बढ़ाया है। इसके अतिरिक्त, सरकारी नौकरियों में गरीब परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान किया है। हमारा इस वर्ष 60 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य है, जिनमें से 41 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए विदेश सहयोग विभाग का गठन किया गया है। विदेश में रोजगार के अवसर तलाशने वाले युवाओं के कॉलेज में ही निःशुल्क पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं। अब तक 27 हजार से अधिक युवाओं के पासपोर्ट बनाये जा चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव
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