मनोहर सरकार के नौ सालः ढाई लाख करोड़ तक पहुंचा हरियाणा का निर्यात
चंडीगढ़, 26 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में हमारी सरकार ने जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर काम किया है। परिणामस्वरूप हरियाणा के विकास की दशा व दिशा पूरी तरह बदली है। वर्ष 2014 में प्रदेश का निर्यात 68,032 करोड़ रुपये था, जो आज बढक़र 2,45,453 करोड़ रुपये (वर्ष 2022-23) हुआ है। प्रदेश में 18,422 करोड़ रुपये का निवेश हुआ और 1,59,622 एमएसएमई उद्योग लगे हैं, जिससे 12.60 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
प्रदेश सरकार के गुरुवार को नौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। मनोहर लाल ने कहा कि विकास की दृष्टि से सरकार नारनौल में 700 मिलियन अमेरिकी डालर की लागत से 886 एकड़ क्षेत्र में एकीकृत मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स हब विकसित कर रही है। आई.एम.टी खरखौदा, सोनीपत में मारुति सुजुकी द्वारा 800 एकड़ तथा सुजुकी द्वारा 100 एकड भूमि पर उद्योग स्थापित किया गया है। पी.एम. गति शक्ति योजना के तहत प्रदेश में 6 परियोजनाओं में से 3 परियोजनाएं मंजूर हुई हैं। पानीपत में मेडिकल डिवाइस पार्क व हिसार में ब्लक ड्रग्स पार्क स्थापित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश का हर जिला राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ा है। वर्तमान में आठ राजमार्गों का कार्य पूर्ण व 12 का प्रगति पर है। दिल्ली के चारों तरफ यातायात को सुगम करने के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे बनाए और उन पर यातायात सुगमता से जारी है।
मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रदेश में एक मेडिकल विश्वविद्यालय था और आज 2 विश्वविद्यालय संचालित हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या वर्ष 2014 में 6 थी, जो आज बढक़र 15 हो गई है और एमबीबीएस सीटों की संख्या 700 (वर्ष 2014 में) थी, जो आज 2185 तक पहुंच गई है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों में पीजी सीटों की संख्या 289 (वर्ष 2014 में) थी, जो आज 1006 हो गई है। वर्ष 2014 में नागरिक अस्पतालों की संख्या 56 थी, जो आज 72 हो गए हैं। हर जिला में मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना के तहत अधिकतर जिलों में कॉलेज बन चुके हैं या निमार्णधीन है। आठ मेडिकल कॉलेज पाइपलाइन में हैं। इतना ही नहीं, हमने 2700 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स बनाए हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रदेश में 43 विश्वविद्यालय थे, जो आज बढ़कर 56 हो गए हैं। राजकीय महाविद्यालय 105 थे, जो आज 182, राजकीय मॉडल सीनियर सेकेंडरी संस्कृति विद्यालय 13 थे, जो आज 147 हो गए हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने 1419 प्राइमरी राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालय खोले हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में 71 कॉलेज खोले हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत केवल महिलाओं के हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हमने वर्ष 2025 तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने का लक्ष्य रखा है। इसी के अनुरूप केजी से पीजी तक 4 विश्वविद्यालयों में दाखिले किए गए हैं। इतना ही नहीं, हिन्दी भाषा में बीटेक पाठ्यक्रम तीन विश्वविद्यालयों में शुरू किए गए हैं। चिराग योजना के तहत 2650 गरीब परिवारों के बच्चों का मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों में दाखिला करवाया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/पवन
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