मुख्यमंत्री के अधिकारियों को दिए निर्देश, जल्द करें बाढ़ की रोकथाम के प्रबंध
शार्टटर्म योजना बनाकर पूरा करें कार्य
कुरूक्षेत्र,अंबाला व कैथल के उपायुक्तों से ली रिपोर्ट
चंडीगढ़, 11 जून (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून सीजऩ शुरू होने से पहले 30 जून तक बाढ़ की रोकथाम के लिए तैयारियां पूरी कर लें। पिछले वर्ष बाढ़ से अंबाला, कुरुक्षेत्र जिले काफी प्रभावित हुए थे। शार्टटर्म स्कीमों के कार्य पूरा करवाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री मंगलवार को चंडीगढ़ में बाढ़ रोकथाम की तैयारियों को लेकर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रजवाहों व नालों के तटबंधों को मजबूत करने के लिए मिट्टी भराई का काम तत्काल शुरू कर दें, क्योंकि 15 जून के बाद धान रोपाई भी शुरू हो जाती है और खेतों में पानी भरा होने के कारण मिट्टी उठाने के कार्य में दिक्कत आएगी। जमींदार का खेत भी खाली नहीं रहते।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अगर पिछले वर्ष की तरह बाढ़ के हालात हुए तो दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। नहर की गाद की मिट्टी निकालने के लिए विभाग द्वारा जितनी भी जरूरी हो जेसीबी किराए पर ली जाएं। उन्होंने कहा कि अंबाला के हरड़ा- हरड़ी, शेरगढ़, चांदपुरा, शाहपुर, हेमामाजरा, रामपुर ससेड़ी , कुरुक्षेत्र के झांसा, जलबेहड़ा तथा कैथल के गुहला चीका तक के गांव काफी प्रभावित हुए थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि बाढ़ संभावित 320 हॉटस्पॉट चिन्हित किये गए थे और शॉर्टटर्म स्कीमें तैयार की गई थीं। अब तक 44 स्कीमें पूरी हो चुकी हैं तथा 179 स्कीमों पर कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि समय की कमी को देखते हुए बाकी काम विभाग अपने स्तर पर युद्धस्तर पर करवाएं।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील
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