जल संरक्षण के लिए अरावली की तलहटी में बनेंगे छोटे-छोटे तालाब
बारिश के पानी को एकत्र के लिए एक हजार एकड़ में बनेंगे 100 तालाब
सूक्ष्म सिंचाई के लिए 46 हजार 512 किसानों ने कर रखा है आवेदन
चंडीगढ़, 3 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा में जल संरक्षण के लिए अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में छोटे-छोटे तालाब बनेंगे। सरकार बारिश के पानी को एकत्र करने के लिए मानसून से पहले एक हजार एकड़ में लगभग एक सौ तालाबों का निर्माण कराने जा रही है। प्रदेश के 46 हजार 512 किसानों ने डेढ़ लाख एकड़ में सूक्ष्म सिंचाई के लिए सरकार से मदद मांगी है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को प्रदेश में चल रही जल संरक्षण योजनाओं की समीक्षा कर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चालू परियोजनाओं का तय समयावधि में क्रियान्वयन सुनिश्चित करें और किसानों को इन परियोजनाओं का लाभ जल्द दिया जाना चाहिए। साथ ही जन संवाद कार्यक्रमों में ग्रामीणों के दिए गए कार्यों को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) देवेंद्र सिंह ने बताया कि पहले माइक्रो इरीगेशन एवं कमांड एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (मिकाडा) और सिंचाई विभाग बजट का केवल 50 प्रतिशत ही खर्च कर सकते थे, जबकि वर्ष 2023-24 में बजट आवंटन का लगभग 80 प्रतिशत तक खर्च कर सकते हैं। चालू वित्त वर्ष के लिए यह राशि लगभग दो हजार करोड़ रुपये है। वर्ष 2015-2016 की तुलना में वाटर कोर्स के निर्माण में 250 प्रतिशत व सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मिकाडा के प्रशासक डाॅ. सतबीर सिंह कादियान ने बताया कि सूक्ष्म सिंचाई के लिए मिकाडा पोर्टल पर मिले 46 हजार 512 आवेदन में से 27 हजार 341 पर काम पूरा हो चुका है। सात हजार 198 किसानों को सहायता राशि भी जारी कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने लंबित आवेदनों के लिए भी शीघ्र सहायता वितरण का निर्देश देते हुए कहा कि सिरसा में खरीफ चैनलों के विस्तार-निर्माण की मांगों पर व्यवहार्यता की जांच कर आगामी कार्रवाई की जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील /सुनील
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।