गुरुग्राम: विश्वविद्यालयों की भूमिका अब केवल शिक्षा तक सीमित नहीं: प्रो. वी.के मल्होत्रा
-जीयू में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन
गुरुग्राम, 12 दिसंबर (हि.स.)। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट तथा कॉलेज ऑफ बिजऩेस एडमिनिस्ट्रेशन, सीएमयू के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय 5वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को समापन हो गया। एआई के युग में उद्यमिता, स्थिरता और सामाजिक नवाचार के प्रतिमान विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मल्होत्रा, चेयरमैन एम.पी. स्टेट फूड कमीशन भोपाल रहे। कार्यक्रम अध्यक्ष गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय कौशिक, मुख्य संरक्षक डॉ. संजय अरोड़ा, विशिष्ट अतिथि डॉ. हरप्रीत, आदि ने दीप प्रज्ज्वलन कर समापन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस दौरान सम्मेलन के लिए 156 से अधिक रिसर्च पेपर प्राप्त हुए।
सम्मेलन में एआई के युग में उद्यमिता, स्थिरता और सामाजिक नवाचार के प्रतिमान के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लगभग 300 से अधिक शोध विद्वान, संकाय सदस्य, छात्र और प्रमुख अधिकारी एक साथ आए। गुरुग्राम विवि के प्रबंधन विभाग की डीन डॉ. अमरजीत कौर ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लक्ष्यों के बारे में सभी को जानकारी दी। 16 देशों से आए शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और उद्यमियों ने इसमें भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मल्होत्रा, ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका अब केवल शिक्षा तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि उन्हें नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक उत्तरदायित्व का केंद्र बनना होगा।
यूनिवर्सिटी के कुलपति ने कहा कि भविष्य उन्हीं का है जो तकनीक को समाज के विकास से जोडक़र देखते हैं। एआई केवल सुविधा नहीं, बल्कि सामूहिक प्रगति का साधन है। उन्होंने कहा कि एआई को उद्यमिता में सही दिशा और नीति के साथ जोडऩा आवश्यक है उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि स्टार्टअप का उद्देश्य केवल मुनाफा नहीं, बल्कि समाज के लिए समाधान पैदा करना होना चाहिए। एआई हमें वही दृष्टि देता है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

