गुरुग्राम: बिल्डर से परेशान परिवारों ने वोट नहीं देने का लिया निर्णय

गुरुग्राम: बिल्डर से परेशान परिवारों ने वोट नहीं देने का लिया निर्णय
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गुरुग्राम: बिल्डर से परेशान परिवारों ने वोट नहीं देने का लिया निर्णय


-आठ साल में भी नहीं मिले फ्लैट तो रेरा कार्यालय पर गरजे खरीदार

गुरुग्राम, 26 फरवरी (हि.स.)। बिल्डर्स पर फ्लैट देने में देरी पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से रेरा का गठन करने के बाद भी बिल्डर लेट-लतीफी से बाज नहीं आ रहे। वर्ष 2017 में फ्लैट कराने वालों को अब तक भी फ्लैट नहीं मिल पाए हैं। इसके विरोध में फ्लैट खरीदारों ने सोमवार को बिल्डर के खिलाफ रेरा कार्यालय पर प्रदर्शन किया। साथ ही निर्णय लिया कि फ्लैट खरीदने वाले एक हजार से अधिक परिवार इस बार वोट नहीं देंगे।

यहां रेरा कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों ने कहा कि अब तक आठ साल में साइट पर 60 प्रतिशत भी काम पूरा नहीं हो पाया है। वे गुरुग्राम से लेकर चंडीगढ़ तक न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। निवेशक महेंद्र कुमार सैनी, शशि सक्सेना ने कहा कि उन्होंने अपने सपने का आशियाना बनाने के लिए बैंक से लोन लिया था। अब तक न तो उन्हें फ्लैट मिल पाया है और न ही बैंक अपनी रिकवरी रोक रहा है। अब उन पर इंस्टालमेंट और रेंट की दोहरी मार पड़ रही है। उन्होंने बताया कि बिल्डर ने साल 2016 में द्वारका एक्सप्रेस-वे पर एक्सप्रेस टावर के नाम से इस प्रोजेक्ट को लांच किया था। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लांच हुए इस को हरेरा से स्वीकृति मिलने के बाद प्रोजेक्ट पर उन्हें विश्वास गया था। साल 2017 में एनवायरमेंट क्लीयरेंस मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट को तीन साल में पूरा करना था, लेकिन आज तक यह प्रोजेक्ट करीब 60 प्रतिशत ही पूरा हुआ है। वह अपनी शिकायत लेकर किसी अधिकारी के पास जाते हैं तो उन्हें यह कह कर वापस भेज दिया जाता है कि उनकी समस्या का समाधान हरेरा द्वारा ही किया जायेगा। मनीष कुमार दास, आशा ने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें अपने सपनों का आशियाना नहीं मिला तो निवेश करने वाले सभी परिवार चुनावों का बहिष्कार करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव

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