गुरुग्राम: डॉक्टरों व मेडिकल छात्रों की सुरक्षा को नेशनल लीगल एडवाइजर्स टीम का गठन
-डॉक्टर्स एवं मेडिकल छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए डीएमए इंडिया का यह बड़ा कदम
गुरुग्राम, 28 दिसंबर (हि.स.)। डेमोक्रेटिक मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए इंडिया) ने देशभर के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को सशक्त, संरचित एवं सुलभ कानूनी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर की लीगल एडवाइजर्स टीम के गठन की घोषणा की है। यह महत्वपूर्ण पहल डीएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अमित व्यास के नेतृत्व में शुरू की गई है। यह चिकित्सकों के अधिकारों, गरिमा एवं व्यावसायिक सम्मान की रक्षा के प्रति डीएमए की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इस राष्ट्रीय पहल का सक्रिय समन्वय डॉ. शुभ प्रताप सोलंकी, (डीएमए संस्थापक एवं राष्ट्रीय महासचिव) द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आवश्यकता पडऩे पर चिकित्सकों को समयबद्ध प्रभावी एवं विश्वसनीय कानूनी सहायता उपलब्ध कराना है। इस पहल को डॉ. भानु कुमार (डीएमए सह-संस्थापक एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) के मार्गदर्शन से और अधिक सुदृढ़ किया गया है। उन्होंने वर्तमान चुनौतीपूर्ण स्वास्थ्य परिदृश्य में चिकित्सकों के लिए कानूनी जागरुकता एवं संरक्षण के महत्व पर विशेष बल दिया है। इस राष्ट्रीय स्तर की कानूनी व्यवस्था का जिक्र करते हुए डॉ. व्यास ने बताया कि संगठन चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को सशक्त बनाने, उनकी पेशेवर सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा चिकित्सा समुदाय की गरिमा बनाए रखने के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है, ताकि वे बिना भय और अनावश्यक दबाव के रोगी सेवा पर केंद्रित रह सकें। डीएमए की नेशनल लीगल एडवाइजर्स टीम में अत्यंत अनुभवी एडवोकेट शामिल हैं, जिन्हें स्वास्थ्य कानून, मेडिको-लीगल मामलों एवं पेशेवर अधिकारों में विशेषज्ञता प्राप्त है। टीम का कार्यक्षेत्र कानूनी परामर्श प्रदान करना, मेडिको-लीगल मामलों में सहायता, कार्यस्थल पर उत्पीडऩ एवं हिंसा से संरक्षण, झूठे आरोपों के मामलों में कानूनी समर्थन, न्यायिक एवं प्रशासनिक प्राधिकरणों के समक्ष प्रतिनिधित्व करना है। उन्होंने बताया कि डीएमए की नेशनल लीगल एडवाइजर्स टीम में एडवोकेट आदर्श सिंह (सुप्रीम कोर्ट), एडवोकेट संजीव गुप्ता (सुप्रीम कोर्ट), एडवोकेट मनीषा तिवारी (बॉम्बे हाई कोर्ट), आरजू खट्टर (दिल्ली हाई कोर्ट), एडवोकेट विधि गुप्ता (दिल्ली हाई कोर्ट), (लेडी मेंबर एग्जीक्यूटिव, दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन), एडवोकेट मृणाल किशोर (सुप्रीम कोर्ट) व एडवोकेट स्नेहा रानी (सुप्रीम कोर्ट) शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

