गुरुग्राम: धराशायी होगा चिंटल पैराडिसो सोसायटी का टावर
-जांच के बाद रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित किया गया है टावर
-बिल्डर के सेटलमेंट से खुश नहीं हैं फ्लैट खरीदार
गुरुग्राम, 11 दिसम्बर (हि.स.)। सेक्टर-109 स्थित चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में असुरक्षित टावरों को नोएडा ट्विन टावर की तरह धराशायी किया जाएगा। इन टावरों को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित किया जा चुका है। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने करीब 15 दिन पहले सोसाइटी का दौरा कर असुरक्षित टावरों की बैरिकेडिंग करने को कहा था। बिल्डर की तरफ से कहा गया था कि असुरक्षित टावरों के बेसमेंट में फायर सर्विसेज के उपकरण रखे हुए हैं। उपकरणों को शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए बिल्डर ने फायर विभाग से अनुमति मांगी थी जो विभाग से दे दी गई है। बेसमेंट में रखे उपकरणों व पंप आदि सामान को शिफ्ट किया जाएगा। असुरक्षित टावरों की बैरिकेडिंग प्रक्रिया प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद शुरू होगी। टावरों को तोडऩे के लिए भी प्रशासन से मंजूरी मांगी गई है।
बता दें कि 10 फरवरी 2022 को डी टावर में हुए हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। कमेटी ने नवंबर 2022 में अपनी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में पांच टावरों को अनसेफ घोषित कर दिया गया। वहीं, चार टावरों को आईआईटी की टीम ने रहने योग्य घोषित किया था। असुरक्षित घोषित टावरों में अभी एच-टावर में करीब 15 परिवार रह रहे हैं, जो बिल्डर के दिए जा रहे सेटलमेंट ऑफर से खुश नहीं हैं। जिस वजह से वह घर खाली करने से इनकार कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर
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